नई दिल्ली | पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को प्रधानमंत्री कार्यालय से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कार्यालय में किसी भी तरह की फाइल को भेजे जाने की खबर का खंडन किया है। पार्टी के पूर्व नेता नटवर सिंह ने अपनी किताब 'वन लाइफ इज नॉट एनफ' में इसका दावा किया है। मनमोहन सिंह ने मीडिया से कहा कि पैसा बनाने के लिए निजी बातचीत का गलत इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। उधर, सोनिया ने भी नटवर सिंह की किताब में उन पर लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए गुरुवार को कहा कि वह सच्चाई बयान करने के लिए खुद अपनी किताब लिखेंगी।संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में विदेश मंत्री रहे नटवर सिंह ने एक साक्षात्कार में सोनिया पर यह आरोप लगाया कि उन्होंने 2004 में प्रधानमंत्री पद स्वीकार न करने का फैसला अपनी 'अंतरआत्मा' की आवाज पर नहीं किया था, जैसा कि दावा किया गया था। उन्होंने कहा कि यह फैसला उनके बेटे राहुल गांधी के विरोध पर लिया गया था जो कथित रूप से अपने पिता राजीव गांधी और दादी इंदिरा गांधी की प्रधानमंत्री रहते हुई हत्या से चिंतित थे। नटवर ने यह दावा भी कि सोनिया की सरकारी फाइलों तक पहुंच थी और उन तक यह नौकरशाह पुलोक चटर्जी लेकर आते थे। नटवर सिंह (83) को भ्रष्टाचार के आरोप की वजह से 2005 में कांग्रेस नीत संप्रग सरकार से इस्तीफा देना पड़ा था।