पुणे ! महाराष्ट्र में पुणे शहर से 73 किलोमीटर दूर तीर्थ स्थल भीमा शंकर के समीप मालिण गांव में आज सुबह तेज बारिश के कारण हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 45 हो गयी और 300 से अधिक लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। पुलिस सूत्रों के अनुसार अब तक 45 लोगों का शव बरामद किया गया है जिनमें 15 महिलाएं और पांच नाबालिग शामिल हैं। मालिण गांव सहयाद्री पर्वत श्रृंखला की तलहटी में बसा था और इसमें कुल 40 घर है जिनमें 800 लोग रहते हैं। भारी बारिश के कारण आज सुबह पानी के तेज बहाव के साथ भारी मात्रा में मिट्टी और पत्थर बहकर आने से सभी 40 मकान मलबे में दब गये।यह हादसा ऐसे समय में हुआ जब ज्यादातर लोग अपने घरों में सो रहे थे। इस हादसे में लोग जिंदा दफन हो गये और उन्हें जान बचाने का भी मौका नहीं मिला।मालिण गांव ऐतिहासिक तीर्थ स्थल ..भीमाशंकर.. जो कि 12 ज्योतिर्लिंग से एक है. के समीप बसा है। गांव वालों का मानना है कि मलवे के नीचे 300 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है और मरने वालों की संख्या 200 से अधिक हो सकती है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार आज शाम मालिण गांव के लिए रवाना हो गये। मालिण गांव के आस पास के इलाकों से 70 एंबुलेंस डाक्टरों के साथ घटना स्थल पर पहुंच गये हैं ताकि घायलों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सके। बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। नये आधुनिक मशीनों से बचाव कार्य किया जा रहा है लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण इसमें बाधा आ रही है। राष्ट्रीय प्राकृतिक आपदा बचाव दल ..एनडीआरएफ.. के 300 जवानों की चार टीम बचाव कार्य में लगी हुयी है।