• तमिलनाडु स्कूल हादसा : न्यायालय के फैसले से अभिभावक निराश

    तमिलनाडु मेंतंजावुर जिले के कुंभकोणम स्थित एक स्कूल में 2004 में हुए अग्निकांड में मारे गए 94 बच्चों के अभिभावकों ने बुधवार को मामले में न्यायालय के फैसले से अचंभित और निराश हैं। न्यायालय ने बुधवार को 10 अभियुक्तों को दोषी ठहराया, जबकि 11 को बरी कर दिया। पीड़ित अभिभावकों ने न्यायालय के फैसले पर निराशा जताई है। हादसे में अपने दो बच्चों को खो चुकी एक महिला ने टेलीविजन चैनल से कहा, "न्यायालय का यह फैसला स्वीकार्य नहीं है। सरकारी अधिकारियों को इस तरह बरी नहीं किया जाना चाहिए था।"...

    चेन्नई | तमिलनाडु मेंतंजावुर जिले के कुंभकोणम स्थित एक स्कूल में 2004 में हुए अग्निकांड में मारे गए 94 बच्चों के अभिभावकों ने बुधवार को मामले में न्यायालय के फैसले से अचंभित और निराश हैं। न्यायालय ने बुधवार को 10 अभियुक्तों को दोषी ठहराया, जबकि 11 को बरी कर दिया। पीड़ित अभिभावकों ने न्यायालय के फैसले पर निराशा जताई है। हादसे में अपने दो बच्चों को खो चुकी एक महिला ने टेलीविजन चैनल से कहा, "न्यायालय का यह फैसला स्वीकार्य नहीं है। सरकारी अधिकारियों को इस तरह बरी नहीं किया जाना चाहिए था।"एक अन्य अभिभावक ने कहा, "न्यायालय को फैसला करने में इतना समय लगा और हमें न्याय भी नहीं मिला। हम 10 सालों से फैसले का इंतजार कर रहे हैं। 11 अभियुक्तों को बरी किया जाना स्वीकार्य नहीं है। सरकारी अधिकारियों को सजा मिलनी चाहिए।"कुंभकोणम के श्री कृष्णा मिडिल स्कूल में आज से 10 साल पहले 16 जुलाई 2004 को हुए अग्निकांकड में 94 बच्चों की मौत हुई थी और 18 बच्चे घायल हुए थे। न्यायालय ने मामले में 10 लोगों को दोषी करार दिया और 11 को बरी कर दिया। न्यायालय द्वारा बरी किए गए लोगों में आठ सरकारी अधिकारी और स्कूल के तीन अधिकारी शामिल हैं, जबकि स्कूल के छह अधिकारियों और चार सरकारी अधिकारी दोषी ठहराए गए हैं। अभिभावकों ने बुधवार को न्यायालय परिसर में इकट्ठा होकर राज्य सरकार से बरी किए गए लोगों के खिलाफ याचिका दर्ज करने का आग्रह किया।


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