नई दिल्ली | केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के आवास की जासूसी मामले पर विपक्ष के चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर राज्यसभा की कार्यवाही बुधवार को बाधित हुई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस सदस्य प्रश्नकाल के स्थगन और इस मुद्दे पर चर्चा कराए जाने की मांग करने लगे। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्टीकरण की पेशकश करते हुए कहा कि जासूसी से जुड़ी खबरें सही नहीं हैं। राज्यसभा में बयान जारी करते हुए राजनाथ ने कहा, "मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मीडिया की रिपोर्ट सही नहीं है।" उन्होंने कहा, "यहां तक कि मंत्री (गडकरी), जिनके घर में उच्च क्षमता वाले श्रवण यंत्र लगे होने की बात कही जा रही है, उन्होंने खुद इस खबर को पूरी तरह आधारहीन करार दिया है और इस संबंध में न तो उन्होंने या किसी अन्य ने कोई शिकायत की है।" विपक्ष उनके बयान से अंसतुष्ट रहा और प्रश्नकाल को स्थगित करने की मांग जारी रखी।इस हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही पहले 15 मिनट और फिर दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई। मीडिया में रविवार को आई रिपोर्ट के अनुसार, गडकरी के दिल्ली स्थित आवास पर जासूसी के उपकरण पाए गए हैं। हालांकि, गडकरी ने इस खबर का खंडन किया है। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने यह मुद्दा उठाया।शर्मा ने कहा, "सरकार बड़े स्तर पर फोन टैपिंग करा रही है। इसका अधिकार किसने दिया? हम पूरी जांच चाहते हैं।" उप सभापति पी.जे.कुरियन ने शून्यकाल को चलने देने की अपील की, लेकिन विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा रहा। कुरियन ने फिर सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर कुरियन ने विरोध कर रहे सदस्यों से चर्चा के लिए नोटिस सौंपने की मांग की। कांग्रेस नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने सरकार पर चर्चा से बचने का आरोप लगाया। इसका जवाब देते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री एम.वेंकैया नायडू ने कहा, "संबंधित मंत्री ने इस रिपोर्ट का खंडन किया है..हम चर्चा से नहीं भाग रहे।" हंगामा जारी रहता देख कर सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।