अहमदाबाद ! वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के निकट दशाश्वमेध घाट पर होने वाली मशहूर ..गंगा आरती.. की तर्ज पर आज यहां पहली बार साबरमती नदी की आरती का आयोजन किया गया जिसमें राज्य की प्रथम महिला मुख्यमंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने भी शिरकत की। मजेदार बात यह रही कि मानसूनी बारिश के कारण मुख्यमंत्री समेत अन्य गणमान्य लोगों ने छाते ओढ़ कर इसमें भाग लिया। इस आरती को हर माह एक बार शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को आयोजित किया जाएगा। ..साबरमतीशआरती.. को शहर के जमालपुर स्थित 400 साल प्राचीन जगन्नाथ मंदिर का संचालन करने वाले ट्रस्ट की ओर से मंदिर के निकट सोमनाथ भूधर के आरे पर संध्या पौने सात बजे आयोजित किया गया। यह मंदिर वर्ष 1878 से हर साल शहर में भव्य रथ यात्राएं निकालता रहा है। आज की पहली आरती में मुख्यमंत्री ने भी भाग लिया और आरती की थाल घुमा कर साबरमती का पूजन अभिनंदन किया। बाद में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि नदियों पर ही हमारा जीवन निर्भर है। इसलिए यह आरती एक पवित्र और महत्वपूर्ण आयोजन है। उन्होंने इस मौके पर देश की सभी नदियों को जोड़ने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की योजना का भी जिक्र किया। आरती में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आर. सी. फाल्दू नगर के प्रभारी मंत्री शंकरभाई चौधरी समेत कई गणमान्य लोगों और बड़ी संख्या में आम लोगों ने भी शिरकत की। मंदिर के ट्रस्टी महेन्द्र झा ने बताया कि साबरमती की आरती हर संध्या होने वाली गंगा आरती के उलट शुरूआत में माह में केवल एक दिन ही आयोजित होगी। इसे मंदिर के निकट सोमनाथ भूधर का आरा स्थित नदी तट पर संध्या पौने सात बजे आयोजित किया जाएगा। श्री झा ने कहा कि पौराणिक महत्व वाली साबरमती नदी को गुजरात की गंगा भी कहा जाता है तथा इसका विशेष धार्मिक महत्व भी है। अकेले अहमदाबाद में गांधी आश्रम से लेकर वासणा तक इसके दोनो किनारों पर एक सौ से अधिक मंदिर और अन्य धार्मिक स्थान है। उन्होंने बताया कि आरती का आयोजन हर माह के शुक्ल पक्ष की दूसरी तिथि को किया जाएगा।