• शाह की टीम में होंगे संघ के चेहरे

    भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह की नई टीम में संघ का छाप देखने को मिलेगा। महत्वपूर्ण पदों पर संघ के कार्यकर्ताओं को जिम्मेवारी दी जाएगी। ...

    बजट सत्र के बाद ही बनेगी शाह की नई टीम नई दिल्ली !   भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह की नई टीम में संघ का छाप देखने को मिलेगा। महत्वपूर्ण पदों पर संघ के कार्यकर्ताओं को जिम्मेवारी दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार अगस्त में होने वाले इस फेरबदल में जिन राज्यों को मंत्रीमंडल में जगह नहीं दी गई है उनको विशेष तौर से नई टीम में जगह दी जाएगी।  केंद्र में सत्तारुढ़ भाजपा के संगठन में अगले महीने फेरबदल मुमकिन है। पार्टी अध्यक्ष होने के नाते अमित शाह भाजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष होंगे जबकि पार्टी महासचिव मुरलीधर राव को उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है।शाह के लिए रास्ता साफ करने के लिए अनंत कुमार को संसदीय बोर्ड से हटाया जा सकता है।भाजपा  अध्यक्ष की नई टीम में जेपी नड्डा, राम माधव, वी सतीश संगठन महासचिव, वरुण गांधी, संजय पासवान, अनुराग ठाकुर, राजीव प्रताप रुडी, देवेंद्र फडऩवीस या विनोद तावड़े और तापिर गांव को महासचिव बनाया जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद संगठन में फेरबदल का औपचारिक ऐलान होगा। परिषद की बैठक 9 अगस्त को होगी। संगठन में बदलाव के बाद केंद्रीय कैबिनेट में विस्तार होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा संगठन में 17 अगस्त तक फेरबदल हो सकता है।् नई टीम में 33 फीसदी पदाधिकारी महिला होंगी। राम माधव को सरकार और संगठन में समन्वय करने की जिम्मेदारी दी जा सकती तो वी सतीश को पार्टी में संगठन महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है जबकि शिव प्रकाश और सौदान सिंह को संयुक्त महासचिव बनाया जा सकता है। भाजपा महासचिव रामलाल को आरएसएस में वापस भेजा जा सकता है या भाजपा का उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है। भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष सरोज पांडे का कद बढ़ाकर महासचिव बनाया जा सकता है। अनंत कुमार, थावरचंद गहलोत और धर्मेंद्र प्रधान के नरेंद्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद से पार्टी में महासचिव के तीन पद खाली हैं। सूत्रों के अनुसार अल्पसंख्यक नेताओं के कद में भी बढ़ोत्तरी की जा सकती है। सूत्रों के अनुसार अमित शाह ने इस बात के संकेत दिए हैं कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की तरह भाजपा की राष्टï्रीय कार्यकारिणी में भी उम्र दराज नेताओं को शायद ही जगह मिल पाए। उसके स्थान पर शाह की टीम में युवाओं को ज्यादा तरजीह मिल सकती है।ज्ञात हो, संसद का मानसून सत्र 14 अगस्त तक चलना है, इसके बाद ही मोदी सरकार का पहला विस्तार हो सकता है। इससे पहले 26 मई को नरेन्द्र मोदी ने अपनी 45 सदस्यीय मंत्रिमंडल के साथ शपथ ली थी, तभी से इस बात की संभावना जताई जाने लगी थी, केंद्र सरकार के मंत्रिमंडल का जल्द ही विस्तार हो सकता है।

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