कराची ! प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रशंसकों की संख्या पाकिस्तान के विशेषतौर पर लाहौर शहर में तेजी से बढ़ रही है जहाँ साबरमती की तर्ज पर रावी नदी क्षेत्र विकसित करने की योजना है। लाहौर से अधिकारियों का एक दल इसी महीने अहमदाबाद गया था और वहाँ निरीक्षण के दौरान पाया कि गुजरात मॉडल की कीमत .काफी कम. है। इस तथ्य के सामने आने के बाद श्री मोदी का आभामंडल न सिर्फ और प्रभावशाली हो गया बल्कि उनके प्रशंसकों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है। अधिकारियों की यह यात्रा पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के आदेश के बाद हुई थी जो कि श्री मोदी के गुजरात मॉडल पर मिली रिपोर्ट से बेहद प्रभावित थे।श्री शरीफ ने श्री मोदी से मुलाकात करने से पहले ही अपने अधिकारियों को अहमदाबाद जाने के आदेश दे दिए थे। लाहौर श्री शरीफ का गृहनगर है तथा रावी नदी क्षेत्र विकास उनकी बहुप्रतीक्षित परियोजना। अहमदाबाद से लौटे दल ने एक रिपोर्ट पेश की है जिसमें कहा गया है कि साबरमती नदी क्षेत्र विकास परियोजना .एसआरडीपी. की लागत रावी नदी क्षेत्र शहरी विकास परियोजना.आरआरयूडीपी. की अनुमति लागत से .काफी कम. है।दल के एक सदस्य ने (डान) को बताया.. हमने एस आर डी पी का गहराई से निरीक्षण किया है। अहमदाबाद नगर निगम के विरष्ठ अधिकारियों ने हमें स्थल निरीक्षण कराया तथा परियोजना का प्रजेन्टेशन भी दिया। वहाँ हमने देखा कि किस तरह से कम लागत में बेहद व्यवस्थित तरीके से काम किया गया है।.. यह पूछे जाने पर कि गुजरात मॉडल की लागत कम कैसे है उन्होंने कहा कि जल शोधन संयंत्र सहित अन्य यंत्रों की उपलब्धता के कारण हो सकता है वहाँ परियोजना कम पैसे में पूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में स्थानीय विनिर्माण सुविधाों की कमी है हो सकता है कि दूसरे देशों से यंत्र मँगाने के कारण यहाँ की परियोजना महँगी पड़ रही हो। हालाँकि उन्होंने कहा.. हमारे पास यहाँ .संसाधन नहीं है तो हम भारतीय विक्रेताों से मदद ले सकते हैं।... श्री शरीफ चाहते हैं कि एक वर्ष में इस परियोजना का कम से कम एक चरण पूरा हो जाए।