• यूपीएससी परीक्षा का समाधान एक सप्ताह के भीतर कर लिया जाएगा

    संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा को लेकर उठे विवाद बीच सरकार ने सोमवार को कहा कि इस मुद्दे को जल्द सुलझा लिया जाएगा।...

    नई दिल्ली !  संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा को लेकर उठे विवाद बीच सरकार ने सोमवार को कहा कि इस मुद्दे को जल्द सुलझा लिया जाएगा। प्रतियोगी एप्टीट्यूड टेस्ट को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। हजारों अभ्यर्थियों ने सोमवार को यूपीएससी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने करीब 40 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, "संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा से संबंधित मुद्दे का समाधान एक सप्ताह के भीतर कर लिया जाएगा।"राजनाथ ने यूपीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों द्वारा उठाए गए मुद्दों को सुलझाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया।यूपीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी सिविल सर्विसिस एप्टीट्यूट टेस्ट (सीसैट) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। अभ्यर्थी इसे हिंदी माध्य विद्यार्थियों के लिए असमान करार देते हुए हटाने की मांग कर रहे हैं।इस बीच अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। राहुल उन्हें इस मुद्दे को संसद में उठाने का आश्वासन दिया। उधर दिल्ली विश्वविद्यालय के निकट मुखर्जी नगर में छात्रों प्रदर्शन अन्य दिनों की तरह सोमवार को भी जारी रहा। उल्लेखनीय है कि यूपीएससी की तैयारी करने वाले ज्यादातर छात्र इस इलाके में रहते हैं। प्रदर्शनकारी एक छात्र ने कहा कि हमारा प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक कि सरकार हमारी मांगें मान नहीं लेती। हम अपने अधिकार की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने विरोधस्वरूप अपने प्रवेश पत्र को जलाए और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें छोड़ी और आखिरकार 40 छात्रों को हिरासत में ले लिया। उधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में समानता की मूल भावना को ध्यान में रखते हुए सीसैट प्रणाली पर पुनर्विचार करने की अपील की है। साथ ही हिंदी एवं अन्य क्षेत्रीय भाषी छात्रों के भविष्य पर चिंता प्रकट की है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को मोदी को लिखे पत्र में कहा कि यूपीएससी द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रशासनिक सेवा परीक्षा में उत्तर प्रदेश से काफी तादाद में परीक्षार्थी शामिल होते हैं, जिनकी मूल भाषा हिंदी है। इन परीक्षार्थियों के साथ अन्याय न हो।

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