• मानव तस्करी में भारत दक्षिण एशिया में शीर्ष पर

    संयुक्त राष्ट्र के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि भारत दक्षिण एशिया में मानव तस्करी के मामले में सबसे शीर्ष पर है। ...

    नई दिल्ली !  संयुक्त राष्ट्र के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि भारत दक्षिण एशिया में मानव तस्करी के मामले में सबसे शीर्ष पर है।  नशीले पदार्थो व अपराध पर संयुक्त राष्टï्र कार्यालय (यूएनओडीसी) की दक्षिण एशिया प्रतिनिधि क्रिस्टीना अल्बर्टाइन ने कहा कि ज्यादातर पीडि़त बांग्लादेश और नेपाल के हैं। उन्होंने कहा, भारत में भी मानव तस्करी के ढेर सारे पीडि़त हैं। वे भारत में रहते हैं। हर किसी को खाड़ी देश और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार नहीं ले जाया गया है। यूएनओडीसी के अनुसार, सैकड़ों की संख्या में बंगाली भाषी मुस्लिम महिलाओं को बांग्लादेश से तस्करी कर लाया जा रहा है। अल्बर्टाइन ने कहा, आमतौर पर दक्षिण एशिया के बारे में हम मानते हैं कि प्रत्येक वर्ष कम से कम 150,000 लोगों को अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के आर-पार तस्करी किया जाता है। उन्होंने कहा कि इनमें से 75 प्रतिशत महिलाएं होती हैं।  संयुक्त राष्ट्र अधिकारी ने कहा, 50 प्रतिशत तस्करी बंधुआ मजदूरी के लिए की जाती है।अल्बर्टाइन ने कहा कि लगभग सभी दक्षिण एशियाई देशों में ज्यादातर पीडि़त ग्रामीण इलाकों से होते हैं। इस महाद्वीप का अन्य किसी महाद्वीप से तुलना करने के लिए कहने पर उन्होंने कहा, यह बहुत बड़ा क्षेत्र है, क्योंकि दुनिया की आबादी का छठा हिस्सा यहां निवास करता है। अल्बर्टाइन ने कहा कि नेपाल और बांग्लादेश स्रोत देश हैं, जबकि भारत और पाकिस्तान तस्करी के लिए स्रोत और गंतव्य हैं।संयुक्त राष्ट्र ने पीडि़तों की मदद के लिए गैर सरकारी संगठनों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की है।  अल्बर्टाइन ने कहा, इस मुद्दे पर काम करने वाले कई बहुत अच्छे एनजीओ हैं। लेकिन वे खासतौर से पीडि़तों को आश्रय मुहैया कराते हैं। उन्होंने कहा कि पीडि़तों को बचाए जाने के बाद भी कई मुद्दों को देखने की जरूरत है। मानव तस्करी से निपटने के मामले में भारत ने कुछ प्रगति की है। अल्बर्टाइन ने कहा, बांग्लादेश ने मानव तस्करी से निपटने में काफी अच्छी प्रगति की है। लेकिन अभी भी मानव तस्करी करने वालों के लिए बांग्लादेश काफी मुफीद बना हुआ है, इसे रोकने के लिए और भी सख्त उपाए किए जाने की आवश्यकता है।

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