• ..ओबामा प्रशान के भारतवंशी अधिकारियों से अटपटे सवाल

    अमेरिकी संसद की विदेशी मामलों की एक समिति की बैठक में गुरुवार को प्रतिनिधि सभा के एक नवनिर्वाचित सदस्य के कारण उस वक्त अजीब स्थिति पैदा हो गई, जब उन्होंने भारत पर चर्चा के दौरान ओबामा प्रशासन के भारतवंशी अधिकारियों से अटपटे सवाल करने शुरू कर दिए। सदस्य ने कुछ इस तरह सवाल किए जैसे वे अधिकारी ओबामा प्रशासन के नहीं, बल्कि भारत सरकार के अधिकारी हों। फॉरेन पॉलिसी की वेबसाइट पर जारी रपट के अनुसार, रिपब्लिकन सांसद कर्ट क्लॉसन ने निशा बिस्वाल और अरुण कुमार से कहा, "मैं आपके देश से परिचित हूं, मैं आपके देश से प्यार करता हूं।"...

    वाशिंगटन | अमेरिकी संसद की विदेशी मामलों की एक समिति की बैठक में गुरुवार को प्रतिनिधि सभा के एक नवनिर्वाचित सदस्य के कारण उस वक्त अजीब स्थिति पैदा हो गई, जब उन्होंने भारत पर चर्चा के दौरान ओबामा प्रशासन के भारतवंशी अधिकारियों से अटपटे सवाल करने शुरू कर दिए। सदस्य ने कुछ इस तरह सवाल किए जैसे वे अधिकारी ओबामा प्रशासन के नहीं, बल्कि भारत सरकार के अधिकारी हों। फॉरेन पॉलिसी की वेबसाइट पर जारी रपट के अनुसार, रिपब्लिकन सांसद कर्ट क्लॉसन ने निशा बिस्वाल और अरुण कुमार से कहा, "मैं आपके देश से परिचित हूं, मैं आपके देश से प्यार करता हूं।"इस दौरान विदेश मंत्रालय और कांग्रेस के कर्मचारी भी मौजूद थे और वे उनकी बात सुनकर भ्रम में पड़ गए, लेकिन क्लॉसन ने बोलना जारी रखा। उन्होंने कहा, "भारत के साथ बेहतर संबंध बनाने के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं। मैं ऐसा करने का इच्छुक और उत्सुक हूं।"बिस्वाल दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों की सहायक विदेश मंत्री हैं और अरुण कुमार वैश्विक बाजारों के लिए सहायक वाणिज्य मंत्री और अमेरिका एवं विदेश वाणिज्यिक सेवा के महानिदेशक हैं। क्लॉसन उनके भारतीय उपनाम से भ्रम में पड़ गए थे और बिस्वाल और अरुण कुमार से कहा कि क्या भारत सरकार देश में अमेरिकी पूंजी निवेश पर लगे प्रतिबंध में ढील दे सकती है। उन्होंने कहा, "जिस तरह अमेरिका में अच्छे वेतन वाली नौकरियों के लिए आपकी पूंजी का यहां स्वागत है, वैसे ही हम चाहेंगे कि हमारी पूंजी का वहां स्वागत हो।" इसके जवाब में बिस्वाल ने कहा, "मुझे लगता है कि आपका सवाल भारत सरकार से है। हम निश्चिततौर से आपकी भावना से अवगत करा देंगे और अमेरिकी की ओर से इसकी पैरवी करेंगे।"


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