• दिल्ली पर मंडरा रहा डेंगू का खतरा

    देश में स्वास्थ्य सेवाओं की पहचान बन चुके अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स समेत राजधानी के लूटियन इलाके में स्थित सभी बड़े अस्पतालों में मच्छरों के लार्वा पाए गए हैं जो डेगू-मलेरिया के इस मौसम में चिंताजनक है।...

    एनडीएमसी ने काटा एम्स का चालानएम्स सहित बड़े अस्पतालों में पाए गए  मच्छरों के लार्वा विभाग ने मच्छरों का लार्वा पनपने की जांच शुरू कर दी है। पहले ऐसे संस्थानों और लोगों को नोटिस दिए गए जिनके यहां लार्वा पाए गए हैं। नोटिस के बावजूद बार-बार जांच में लार्वा पाये जाने पर उनका चालान काटा गया है : पी.के शर्मा,मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी,एनडीएमसीनई दिल्ली !  देश में स्वास्थ्य सेवाओं की पहचान बन चुके अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स समेत राजधानी के लूटियन इलाके में स्थित सभी बड़े अस्पतालों में मच्छरों के लार्वा पाए गए हैं जो डेगू-मलेरिया के इस मौसम में चिंताजनक है। इसके लिए एम्स का चालान भी कट चुका है।     नई दिल्ली नगरपालिका परिषद(एनडीएमसी) के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डा. पीके शर्मा ने बताया कि विभाग ने मच्छरों का लार्वा पनपने की जांच शुरू कर दी है। पहले ऐसे संस्थानों और लोगों को नोटिस दिए गए जिनके यहां लार्वा पाये गये हैं। नोटिस के बावजूद बार-बार जांच में लार्वा पाए जाने पर उनका चालान काटा गया है। श्री शर्मा ने बताया कि जिन संस्थानों का चालान काटा गया है उनमें एम्स भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा एनडीएमसी क्षेत्र के सभी बड़े अस्पतालों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं। हालांकि उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि इस साल एनडीएमसी इलाके में अब तक डेंगू का एक भी मामला नहीं आया है।      दक्षिण दिल्ली नगरपालिका परिषद के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डा. एन.के. यादव ने बताया कि इस साल मौसम मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल रहा है इसके बावजूद अब तक लार्वा के पनपने की रफतार अन्य वर्षो जैसी ही पाई गई है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में अब तक डेंगू के 16 मामले आ चुके हैं जिनमें तीन दिल्ली से बाहर के हैं। वहीं पिछले साल इस समय तक 14 मामले आये थे जिनमें एक बाहर का था। घर-घर जाएंगे निगमकर्मी  डेंगू व मलेरिया से निपटने के लिए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के पश्चिमी जोन ने अभियान छेड़ा है। इसके तहत निगमकर्मी क्षेत्र में घर-घर जाकर कूलर और टंकियों की जांच में जुटे हैं। इतना ही नहीं लोगों की लापरवाही से भरने वाले पानी की वजह से उनके चालान भी काटे जा रहे हैं। वहीं निगम अधिकारियों की मानें तो डेंगू व मलेरिया के मच्छरों को रोकने के लिए 2 माह पूर्व ही तैयारी शुरू कर दी गई थी।कर्मचारी लोगों को जागरूक करने में लगे हुए थे। पश्चिमी जोन में डेंगू व मलेरिया का लार्वा न पनपे, इसके लिए जोन की तरफ से 290 डोमेस्टिक ब्रीडिंग (डी.बी.सी.) को लगाया गया है। इसके लिए 220 अन्य कर्मचारी भी लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करने में जुटे हैं। गौरतलब है कि पश्चिमी जोन के पंजाबी बाग, ख्याला, विष्णु गार्डन और जनकपुरी में डेंगू के 4 मामले प्रकाश में आए हैं।

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