धर्मशाला ! हिमाचल प्रदेश के पालमपुर के निकट अइमा की निवासी और बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ इंफोरमेशनंएंड टैक्नोलाजी.बिट्स पिलानी से स्नातकोत्तर गोल्ड मैडलिस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इच्छामृत्यु की इजाजत मांगी है। यह पूर्व छात्रा अपनी असाध्य बीमारी से परेशान हो चुकी है। पूर्व छात्रा सीमा सूद अपनी बीमारी के कारण पिछले 21 वर्ष से एक कमरे में ही कैद है। उसके शरीर के सभी जोड रियोमेटोइड आर्थराइटिस से पीडित हैं। सीमा के अनुसार उसके घुटने. कुल्हे. कंधे. कुहनियां. कलाई तथा हाथों और पैरों की उंगुलियां इस रोग से बुरी तरह से प्रभावित हैं और कोई भी गतिविधि करने में असक्षम हैं। सीमा ने इससे पहले भी अपनी रोग के कारण असहनीय अवस्था के चलते 2008 में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से इच्छामृत्यु की इजाजत मांगी थी क्योंकि वह अपनी 80 वर्ष से अधिक उम्र की मां पर बोझ नहीं बनाना रहना चाहती थी। जिसके बाद राज्य सरकार ने उसे इलाज के लिए चंडीगढ भेज दिया। जहां उसके घुटने और कुल्हे बदल दिए गए। लेकिन इसके बाद भी उसे कोई आराम नहीं हुआ और बाद में उसकी स्थिति और बिगड गई। प्रधानमंत्री को भेजे अपने आवेदन में सीमा ने लिखा है कि उसके हालात सुधरने की कोई उम्मीद नहीं है। इसलिए वह अपनी मां को और परेशान न करते हुए इच्छामृत्यु चाहती है।