• छोटी दूरी के तत्काल टिकट पर 75 फीसदी ज्यादा किराया

    रेलवे ने आज स्पष्ट किया कि तत्काल किरायों में कोई बढोत्तरी नहीं की गई है बल्कि बडी दूरी के यात्रियों को अधिक से अधिक तत्काल कोटा सुलभ कराने की कवायद के अंतर्गत तत्काल आरक्षण की न्यूनतम दूरी की सीमा को बढाया गया है जिससे पांच सौ किलोमीटर से कम यात्रा करने वालों को ज्यादा किराया देना पड रहा है। ...

    नयी दिल्ली !    रेलवे ने आज स्पष्ट किया कि तत्काल किरायों में कोई बढोत्तरी नहीं की गई है बल्कि बडी दूरी के यात्रियों को अधिक से अधिक तत्काल कोटा सुलभ कराने की कवायद के अंतर्गत तत्काल आरक्षण की न्यूनतम दूरी की सीमा को बढाया गया है जिससे पांच सौ किलोमीटर से कम यात्रा करने वालों को ज्यादा किराया देना पड रहा है।     रेलवे बोर्ड के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तत्काल किरायों में यह समायोजन 28 जून को ही लागू हो गया था। उन्होंने बताया कि पहले तत्काल टिकट बुकिंग की न्यूनतम दूरी सीमा 300 किलोमीटर थी। तब भी 300 किलोमीटर से कम दूरी की यात्रा करने वालों को कम से कम 300 किलोमीटर का सामान्य किराया. आरक्षण शुल्क. सुपरफास्ट एवं अन्य अधिभारों के साथ तत्काल शुल्क देना पडता था।     सूत्रों ने बताया कि अब तत्काल की न्यूनतम दूरी सीमा को बढाकर 500 किलोमीटर कर दिया गया है। इस तरह से 500 किलोमीटर से कम दूरी की यात्रा करने वालों को कम से कम 500 किलोमीटर का सामान्य किराया. आरक्षण शुल्क. सुपरफास्ट एवं अन्य अधिभारों के साथ तत्काल शुल्क देना पडेगा।       सूत्रों का कहना है कि इस फैसले का उददेश्य छोटी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को तत्काल टिकट खरीदने से विर्कषित करना है ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में तत्काल टिकट लंबी दूरी के यात्रियों के लिये उपलब्ध हो सके।     रेलवे के इस फैसले से अभी उन यात्रियों पर असर पडा है जो 300 से 500 किलोमीटर की दूरी वाले स्टेशनों के बीच यात्रा करते हैं। उन्हें तत्काल बुकिंग के मद में सामान्य टिकट की तुलना में करीब 75 प्रतिशत तक ज्यादा शुल्क देना होगा। दिल्ली से ग्वालियर. झांसी. कानपुर. जयपुर. चंडीगढ. लुधियाना. देहरादून.हरिद्वार जैसी दूरियों तक यात्रा करने वाले यात्रियों पर इसका असर हुआ है।

अपनी राय दें