• जन्मदिन के जश्न से पहले वोटिंग: सचिन

    मास्टर ब्लास्टर के नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर 24 अप्रैल को 41 साल के हो गए. अपने जन्मदिन का जश्न मनाने से पहले उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए अपना वोट डाला. ...

     मुम्बई !   मास्टर ब्लास्टर के नाम से मशहूर सचिन तेंदुलकर 24 अप्रैल को 41 साल के हो गए. अपने जन्मदिन का जश्न मनाने से पहले उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए अपना वोट डाला.         देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजे गए सचिन ने न सिर्फ स्वयं वोट किया बल्कि सभी को मतदान करने के लिए प्रेरित भी किया. दुनिया के दिग्गज खिलाड़ियों में शुमार और युवाओं के आइकन सचिन ने ट्विटर पर अपनी उंगली पर लगी स्याही वाली तस्वीर पोस्ट की और साथ ही लिखा, मैंने वोट किया है, क्या आपने भी वोट किया?    राज्यसभा सांसद सचिन ने कहा कि मेरे जन्मदिन की यह बहुत अच्छी शुरुआत है. एक महान देश के जिम्मेदार नागरिक के नाते मैंने अपना वोट डाला है. सचिन ने गत वर्ष 16 नवंबर को अपना 200वां टेस्ट खेला था और इसी के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया.सचिन ने वोट डालने के बाद पत्रकारों से कहा कि मुझे लगता है कि एक लोकतांत्रिक देश में हर व्यक्ति जो मत डालने की उम्र पर पहुंच चुका है को वोट डालना चाहिए. इसलिए ही मैं यहां पर हूं. लेकिन मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा कि कौन सरकार बनाने वाला है. सचिन केवल वोट डालने के लिए ही इस सप्ताह दुबई में चल रहे आईपीएल के बीच में मुंबई लौटे थे. सचिन मुंबई इंडियन्स के आइकन खिलाड़ी हैं.सचिन ने अपने फेसबुक पेज पर भी मतदान को लेकर संदेश लिखा, जिस तरह से मैच में हर रन की अहमियत रहती है उसी तरह से चुनाव में भी प्रत्येक वोट का महत्व होता है. आप अपने मत की ताकत को कमतर मत आंकिये. मैंने मुंबई में अपने मताधिकार का प्रयोग किया और उम्मीद है कि आप भी अपनी जिम्मेदारी निभायेंगे. अपना मत डालिये. 18 दिसंबर 1989 को अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज़ करने वाले सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट से संन्यास के बाद ये पहला जन्मदिन है.पिछले साल नवंबर में अपने गृहनगर मुंबई में सचिन तेंदुलकर ने अपना आख़िरी टेस्ट खेला.उन्हें इ साल देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाज़ा गया.सचिन तेंदुलकर ने हमेशा कहा कि उनका सपना था विश्वकप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा बनना. हालांकि उन्होंने कुल छह विश्वकप में भारत का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन उनका ये सपना उनके आख़िरी विश्वकप में साल 2011 में ही पूरा हो पाया जब भारत ने श्रीलंका को हराकर ये ट्रॉफ़ी जीती.सचिन के नाम टेस्ट मैचों में 15 हज़ार से ज़्यादा और वनडे मैचों में 18 हज़ार से ज़्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है. उन्होंने कुल 100 अंतरराष्ट्रीय शतक भी बनाए हैं. कोई भी क्रिकेटर आज तक ये कारनामा नहीं कर पाया.कहा जाता है कि उनके जैसी लोकप्रियता आज तक किसी भी भारतीय क्रिकेटर को नहीं मिली है. कई विशेषज्ञ उन्हें सदी का महानतम क्रिकेटर भी कहते हैं. सचिन को क्रिकेटिंग जगत में गॉड ऑफ़ क्रिकेट के नाम से भी जाना जाता है.सचिन के सम्मान में इसी साल मार्च में विशालकाय स्टील के एक बल्ले का अनावरण किया गया और इसे बैट ऑफ़ ऑनर की संज्ञा दी गई.

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