• पाकिस्तान चले जाने को कहने वाले, इस मुल्क के असल गद्दार : आजम खां

    समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद आजम खां ने कहा कि गिरिराज सिंह के साथ-साथ तमाम फासिस्टों को यह जानना चाहिए कि हम तो आज भी उसी मकान के मालिक हैं ...

    लखनऊ !   समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद आजम खां ने कहा कि गिरिराज सिंह के साथ-साथ तमाम फासिस्टों को यह जानना चाहिए कि हम तो आज भी उसी मकान के मालिक हैं जिसमें कभी हमारे पूर्वज रहा करते थे, आज जो लोग हमसे यह कह रहे हैं कि हिंदुस्तान छोड़कर पाकिस्तान चले जाओ, यही इस मुल्क के असल गद्दार हैं।   आजम ने अपने लिखित बयान में कहा कि देश को एक बार फिर बांटने की मुनज्जम कोशिश की जा रही है, ऐसे में तमाम सेकुलर ताकतों को उन कमजोर लेकिन वतनपरस्त हिंदुस्तानियों के बारे में विचार करना होगा, जिनके बारे में सच्चर कमेटी की रिपोर्ट कहती है कि आज मुल्क में इनकी हालत दलितों से भी ज्यादा बदतर है। उन्होंने कहा कि जब ऐसे दुखी समाज को भाजपा देश में रहने नहीं देगी और आने वाले वक्त में पाकिस्तान रहेगा नहीं, यहां रहने भी न देंगे, जहां जा सकते हो, वह जमीन भी न रहे तो दुनिया के किसी देश के बारे में भाजपा और उसके नेता विचार करने के लिए तैयार हैं? उन्होंने सवाल किया कि भाजपा नेता बता सकेंगे कि वह मुसलमानों के लिये कौन सी जमीन तैयार करेंगे? बता सकेंगे कि अगर संविधान में संशोधन भी कर दें तो क्या अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत यह संभव होगा?आजम ने कहा कि आजाद भारत में अपमान सहने वाले लोग अपमान की इस काली चादर को उतार फेंकना चाहते हैं। कारगिल से कन्याकुमारी तक माथे पर लगे हुए इस कलंक को कि वह आईएसआई के एजेंट हैं, देश के गद्दार हैं, पाकिस्तानी हैं, इस कलंक को खुरच कर हमेशा के लिए फेंक देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "हमें भी कुर्बानियों का सिला मिलना चाहिए, मोहब्बतों का जवाब मोहब्बत ही होना चाहिए, इस देश को बचाने और बनाए रखने के लिए इसके सिवाय कोई रास्ता नहीं है।"आजम का कहना है कि गिरिराज सिंह, प्रवीण तोगड़िया और महाराष्ट्र शिवसेना के नेता शिवराज द्वारा व्यक्त किए गए वक्तव्यों के संबंध में नरेंद्र मोदी का कहना है वह इनसे सहमत नहीं है। लेकिन देश तोड़ने वाले तथा धार्मिक वैमनस्यता की खाई को बड़ा करने वाले राष्ट्र विरोधी बयानों की केवल निंदा ही नहीं की जानी चाहिए, बल्कि सुधीजनों, धर्मनिरपेक्ष सियासी पार्टियों और देश से प्रेम करने वाले हर बुद्धिजीवी की जिम्मेदारी है कि वे इस पर गंभीरता से विचार भी करें। अपने लिखित वक्तव्य में खां ने कहा कि भाजपा नेताओं के दिए गए ऐसे बयान कि मुसलमान पाकिस्तान चलें जाएं, मकान खाली कर दें या छह महीने के अंदर पाकिस्तान का नामोनिशान मिट जाएगा से एक सच सामने निकलकर आया है कि, भाजपा और फासिस्ट ताकतों का यही एजेंडा है कि जो बात नरेंद्र मोदी खुद नहीं कहना चाहते या कह नहीं सकते, उन लोगों से जो उनके हाथ-पैर कहे जाते हैं, उनसे दिलवा दिए जाएं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के बयान दिलवाकर, वह यह बताना चाहते हैं कि नया भारत कैसा होगा। अपने इस छुपे हुए एजेंडे में नरेंद्र मोदी को काफी हद तक कामयाबी भी मिली है। उन्होंने कहा कि फासिस्टों में वह लोग जिन्हें नरेंद्र मोदी की सिखावन है, उनमें से एक कहता है कि मोदी विरोधी पाकिस्तान चले जाएं, तो दूसरे का कहना है कि पाकिस्तान का नामोनिशान मिटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन हालात में पूरे देश को यह बतानें की और एक सवाल खड़ा करने की आवश्यकता हो गई है कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के विरोधियों को जब हिंदुस्तान में रहने ही नहीं दिया जाएगा और पाकिस्तान का नामोनिशान बाकी नहीं छोड़ा जाएगा, तो वे जाएंगे कहां?

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