• शेयर बाजार : एफएंडओ परिपक्वता से उतार-चढ़ाव की संभावना

    देश के शेयर बाजार में आगामी सप्ताह वायदा और विकल्प सौदे की परिपक्वता के कारण उतार-चढ़ाव रहने की संभावना है। अप्रैल के एफएंडओ सौदे बुधवार 23 अप्रैल को परिक्व हो जाएंगे। शेयर बाजार 24 अप्रैल को मुंबई में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान के मद्देनजर बंद रहेंगे। निवेशकों की निगाह अगले हफ्ते देश भर में चल रहे आम चुनावों पर लगी रहेगी। निवेशकों की निगाह विदेशी संस्थागत निवेश के आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रूझानों, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और तेल मूल्य पर भी टिकी रहेगी।...

    मुंबई | देश के शेयर बाजार में आगामी सप्ताह वायदा और विकल्प सौदे की परिपक्वता के कारण उतार-चढ़ाव रहने की संभावना है। अप्रैल के एफएंडओ सौदे बुधवार 23 अप्रैल को परिक्व हो जाएंगे। शेयर बाजार 24 अप्रैल को मुंबई में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान के मद्देनजर बंद रहेंगे। निवेशकों की निगाह अगले हफ्ते देश भर में चल रहे आम चुनावों पर लगी रहेगी। निवेशकों की निगाह विदेशी संस्थागत निवेश के आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रूझानों, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और तेल मूल्य पर भी टिकी रहेगी।अगले सप्ताह से निवेशकों की नजर कंपनियों द्वारा जारी किए जाने वाले जनवरी-मार्च 2014 तिमाही और 2013-14 कारोबारी वर्ष के परिणामों की घोषणा पर भी टिकी रहेगी। निवेशक परिणामों के साथ आने वाले आय के अनुमानों से निवेश की रणनीति तय करेंगे। परिणाम जारी करने का दौर मई के आखिरी तक चलेगा।सोमवार को हिंदुस्तान जिंक और एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, मंगलवार को एचडीएफसी बैंक और एमआरएफ, बुधवार को केयर्न इंडिया और एलएंडटी फायनेंस होल्डिंग, गुरुवार को साउथ इंडियन बैंक और भारती इंफ्राटेल और शुक्रवार को एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और आईडीएफसी अपने परिणाम घोषित करेंगी।आम चुनाव संबंधी गतिविधि और उसके परिणाम भी आने वाले सप्ताह में शेयर बाजार को प्रभावित करेंगे। लोकसभा चुनाव के लिए मतदान सात अप्रैल को शुरू हो चुका है। यह 12 मई को समाप्त होगा। मतगणना 16 मई को होगी। मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल एक जून को समाप्त होगा और नई लोकसभा का गठन 31 मई तक कर लिया जाना है। भारतीय रिजर्व बैंक अगली बार मौद्रिक नीति समीक्षा घोषणा तीन जून को करेगा। बैंक ने एक अप्रैल की घोषणा में मुख्य नीति गत दरों को ज्यों का त्यों छोड़ दिया था। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की फेडरल ओपेन मार्केट समिति (एफओएमसी) अपनी आगामी मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक 29-30 अप्रैल को करेगी। फेड ने 19 मार्च को कहा था कि मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद वह मासिक बांड खरीदारी को 10 अरब डॉलर और घटाकर 55 अरब डॉलर कर देगा। फेड 2014 के आखिर तक मासिक बांड खरीदारी कार्यक्रम को समाप्त कर देगा, जो बाजार में तरलता का एक बड़ा स्रोत रहा है।


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