• इस्तीफा से पहले 'जनमत संग्रह कर' ही देना चाहिए था

    आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले लोगों से संपर्क नहीं कर उन्होंने 'भूल' की।...

    वाराणसी !   आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले लोगों से संपर्क नहीं कर उन्होंने 'भूल' की। समाचार चैनल एनडीटीवी के मुताबिक, केजरीवाल ने कहा, "मैं समझता हूं कि हमने इस्तीफा देने के मुद्दे पर चूक की। इस्तीफा देना हालांकि सिद्धांतत: सही कदम था।"दिल्ली विधानसभा में 14 फरवरी को कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एकजुट विरोध के कारण जन लोकपाल विधेयक पेश करने में विफल रहने के बाद केजरीवाल और उनकी सरकार ने इस्तीफा दे दिया था।उन्होंने कहा, "जिस तरह हमने सरकार बनाने से पहले लोगों से संपर्क किया उसी तरह हमें इस्तीफा देने से पहले भी संपर्क करना चाहिए था। यह समझने में भूल हुई।"केजरीवाल ने माना कि उनके इस फैसले पर लोगों की राय अच्छी नहीं रही।उन्होंने कहा, "लोग इसे पचा नहीं पा रहे हैं। मुझे लोगों से उसी तरह बात करनी चाहिए थी जिस तरह मैंने 10 दिनों तक प्रचार के दौरान बातचीत की। मुझे लोगों के बीच जाना चाहिए था।"लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर उन्होंने त्याग किया।"हमने सोचा कि हम एक बड़ा त्याग कर रहे हैं और लोग इसकी सराहना करेंगे। लेकिन लोग इसके पीछे के तर्क को नहीं समझ पाए।"दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 सीटों में 28 सीटें जीतकर आई आप ने लोगों के बीच रायशुमारी कर कांग्रेस के समर्थन से अल्पमत की सरकार बनाई थी। रायशुमारी के दौरान ही पार्टी ने कहा था कि यदि जन लोकपाल विधेयक की राह में कांग्रेस अड़चन पैदा करती है तो उनकी पार्टी सरकार नहीं चलाएगी। अंतत: इसी सवाल पर आप की सरकार ने एकतरफा फैसला लेते हुए इस्तीफा दिया।

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