• मप्र : गुरुवार को सिंधिया, तोमर के भाग्य का फैसला

    लोकसभा चुनाव के छठे चरण के तहत मध्य प्रदेश की 10 सीटों पर मतदान गुरुवार को कराए जाएंगे। इस चरण में मतदाता केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्या सिंधिया औैर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर सहित 142 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। राज्य में यह मतदान का दूसरा चरण है और गुरुवार 17 अप्रैल को मुरैना, भिण्ड, ग्वालियर, गुना, सागर, टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, भोपाल और राजगढ़ में मतदान कराए जाएंगे। मतदान सुबह सात बजे शुरू हो कर शाम छह बजे तक जारी रहेगा।...

    भोपाल | लोकसभा चुनाव के छठे चरण के तहत मध्य प्रदेश की 10 सीटों पर मतदान गुरुवार को कराए जाएंगे। इस चरण में मतदाता केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्या सिंधिया औैर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर सहित 142 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। राज्य में यह मतदान का दूसरा चरण है और गुरुवार 17 अप्रैल को मुरैना, भिण्ड, ग्वालियर, गुना, सागर, टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, भोपाल और राजगढ़ में मतदान कराए जाएंगे। मतदान सुबह सात बजे शुरू हो कर शाम छह बजे तक जारी रहेगा।इस चरण में 1,67,22,000 से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। 11 महिला उम्मीदवारों सहित कुल 142 उम्मीदवार 10 संसदीय क्षेत्र में अपना भाग्य आजमाएंगे। 10 संसदीय क्षेत्रों में 18,792 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। सर्वाधिक मतदान केन्द्र भोपाल (1977) संसदीय क्षेत्र में और सबसे कम टीकमगढ़ (1612) में हैं। दूसरे चरण में कुल 29,200 इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (इवीएम) और 20,711 कंट्रोल यूनिट (सीयू) उपयोग में लाया जाएगा। इस चरण में सबसे महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्र गुना व ग्वालियर माना जा रहा है। गुना में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का मुकाबला भाजपा के जयभान सिंह पवैया से है। पवैया ने ग्वालियर लोकसभा सीट से चुनाव में एक बार जीत हासिल की और एक बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा है। वह ग्वालियर से मौजूदा विधायक हैं। यह मुकाबला विकास बनाम सामंतवाद के मुद्दे पर लड़ा जा रहा है। इसी तरह ग्वालियर में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के सामने कांग्रेस के अशोक सिंह है। अशोक पिछला चुनाव भाजपा की यशोधरा राजे सिंधिया से हारे थे। तोमर ने पिछला चुनाव मुरैना से जीता था और इस बार ग्वालियर से भाग्य आजमा रहे हैं। यहां भी सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। भाजपा जहां राज्य सरकार के कामों को गिना कर कुछ नया करने का भरोसा दिला रही है तो कांग्रेस केंद्र की जनहितकारी नीतियों के साथ भाजपा के तौर तरीके पर सवाल उठाकर वोट मांग रही है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, 10 संसदीय क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। भिण्ड, मुरैना और ग्वालियर सहित अन्य क्षेत्र में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ ) की कम्पनी तैनात 50 कंपनी तैनात की गई है। लगभग 2852 पुलिस अधिकारी, 16,309 पुलिस जवान, 10,789 होमगार्ड के जवान तथा 18,790 विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) तैनात रहेंगे। अंतर्राज्यीय सीमा वाले जिले में भी कड़ी चौकसी रहेगी। संसदीय क्षेत्रों को जोड़ने वाली सीमाओं पर नाकेबंदी की गई है। बिना तलाशी के वाहनों को वहां से गुजरने नहीं दिया जा रहा है।


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