नई दिल्ली ! कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका वाड्रा और उनके चचेरे भाई वरुण गाँधी के बीच चल रही नोक-झोंक अब कटु हो चली है. वरुण के यह कहने के बाद कि उनकी शालीनता और सहृदयता को कमजोरी न समझा जाए प्रियंका हमलावर हो उठी हैं और कहा है कि वरुण ने हमारे परिवार के साथ विश्वासघात किया है.
प्रियंका ने कहा कि मेरे पिता ने इस देश की एकता के लिए अपनी जान दे दी और अगर कोई इस एकता को नुकसान पहुंचाएगा तो मैं उसे कभी माफ नहीं करूंगी, चाहे वो मेरा बेटा ही क्यों ना हो. गौरतलब है कि इससे पहले प्रियंका ने कहा था कि वरुण रास्ता भटक गए हैं और उन्हें सही रास्ता दिखाने की जरूरत है. प्रियंका ने यहां तक कहा कि ये कोई चाय पार्टी नहीं, बल्कि विचारधारा का युद्ध है.
सोनिया की मतदाताओं से अपील के बारे में पूछे जाने पर प्रियंका ने कहा कि भाजपा चाहे जो कहे, लेकिन यहां देश के दिल की लड़ाई चल रही है. हालांकि उन्होंने इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया. प्रियंका अपने सांसद भाई राहुल गांधी के पक्ष में प्रचार के लिये अमेठी आयी हैं. वह कल अपनी मां सोनिया के प्रचार के लिये रायबरेली जाएंगी.
भाजपा नेता वरुण गांधी ने अपनी चचेरी बहन प्रियंका गांधी पर पलटवार करते हुए मंगलवार को कहा कि उन्होंने उनके (वरुण के) भटक जाने संबंधी टिप्पणी करके शालीनता की लक्ष्मण रेखा पार की है. उन्होंने कहा कि उनकी शालीनता और बड़प्पन को कोई भी उनकी कमजोरी न समझे.
एक बयान में 34 वर्षीय वरुण ने कहा पिछले दशक में, चाहे मेरे परिवार का कोई सदस्य हो या किसी भी राजनीतिक दल का कोई वरिष्ठ नेता हो, मैंने अपने भाषणों में कभी भी शालीनता की लक्ष्मण रेखा पार नहीं की. उन्होंने कहा मेरे रास्ते के बारे में बात हो रही है. मैंने देश के रास्ते को हमेशा खुद से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण माना है. मेरे जीवनकाल में, अगर मैं राष्ट्र निर्माण में रचनात्मक योगदान देने के लायक हूं तो मैं अपने जीवन को सार्थक समझूंगा.