• एटीएम से निकले 2000 के नोट को नकली बताने पर ग्राहक के होश उड़े

    कोरबा-कुसमुंडा ! एसबीआई के एटीएम से 2000 का नया नोट निकालने के बाद जब ग्राहक को नोट के नकली होने की बात एक दुकानदार ने बताई तो उसके होश उड़ गये।...

    बैंक ने नोट बदलने से किया इनकार, शिकायत दर्ज


    कोरबा-कुसमुंडा !   एसबीआई के एटीएम से 2000 का नया नोट निकालने के बाद जब ग्राहक को नोट के नकली होने की बात एक दुकानदार ने बताई तो उसके होश उड़ गये। नोट की असलियत जानने से लेकर उसे बदलने तक खासी मशक्कत उक्त व्यक्ति को करनी पड़ी लेकिन बैंक ने भी नोट लेेने और बदलने से फिलहाल मना कर दिया। इस बात पर आज एसबीआई की कुसमुंडा शाखा में गहमा-गहमी भी मची रही। नोटबंदी के बाद बैंक से खाताधारकों को निर्धारित राशि ही मिल पा रही है, वहीं एटीएम से 100-500 के नोट अब भी अधिकांश स्थानों पर नहीं निकल रहे हैं बल्कि 2000 रूपये का नया नोट निकालने की मजबूरी बनी हुई है। 2000 का नोट निकालने के बाद बाजार में उसकी असलियत पर संदेह करते हुए लेने से इनकार कर देने के कारण एक व्यक्ति को काफी परेशानी उठानी पड़ी और उस पर बैंक से भी कोई सहयोग नहीं मिला। यह मामला कुसमुंडा क्षेत्र के एसईसीएल अस्पताल के सामने रहने वाले एसईसीएल कर्मी महावीर सिंह निवासी बी-39 के साथ घटित हुआ। महावीर के मुताबिक उसने 12 दिसंबर को देर शाम लगभग 8 बजे विकासनगर कुसमुंडा स्थित एसबीआई के एटीएम से 2000 रूपये का नया नोट निकाला। नोट लेकर वह क्षेत्र के ही एक मोबाईल दुकान में टॉप अप कराने पहुंचा और टॉप अप के बाद एटीएम से निकला नया नोट दिया तो दुकानदार ने असलियत पर संदेह जताते हुए लेने से इनकार कर दिया। एटीएम से नया नकली नोट निकलने की बात थोड़ी देर में आसपास आम हो गई। क्रमांक 4एसी 626739 सीरियल नंबर वाले इन नोट पर महात्मा गांधी के चित्र पर काले धब्बे होने के साथ नोट इस तरह है मानो उसे धो दिया गया हो। महावीर ने आज सुबह कुसमुंडा एसबीआई शाखा पहुंचकर यह नोट एटीएम से निकलने और बाजार में नहीं चलने की जानकारी देकर उसे बदलने का आग्रह किया तो एटीएम में हमारे द्वारा रूपये जमा नहीं किया जाता कहकर बैंककर्मी ने पल्ला झाड़ लिया और बड़े साहब से बात करने कहा। महावीर ने बताया कि जब वह शाखा प्रबंधक श्री गोखे के पास गया और जानकारी दी तो उन्होंने बाजार में चलने व बैंक में कर्मचारी के पास जाकर नोट बदलवाने की बात कही, लेकिन काउंटर से उसे फिर चलता कर दिया गया। महावीर के मुताबिक उसे बुधवार की सुबह फिर बैंक बुलाया गया है। महावीर को उम्मीद है कि उसका नोट बदल दिया जाएगा और यदि नहीं बदला जाता है तो उसे सीधे 2000 की चपत लगेगी। फिलहाल उसने एटीएम से खराब नोट निकलने की शिकायत शाखा प्रबंधक के पास दर्ज करा दी है। आखिर कैसे पहुंचा धुला नोट ? यह मामला सामने आने के बाद बड़ा सवाल यह है कि अभी जबकि बड़े पैमाने पर 2000 के नये नोट छपकर आने शेष हैं और बैंकों में भी रूपये की तंगी बनी हुई है तब ऐसे में धुला हुआ और कालिख लगा नोट कैसे पहुंचा? अमूमन जिलेभर के एटीएम में नोट डालने का काम अधिकृत एजेंसी के द्वारा किया जाता है, लेकिन जो एटीएम संबंधित बैंक की शाखा से काफी निकट होते हैं उनमें वह बैंक स्वयं रूपये डालती है। बैंक में जब नये नोट कम आ रहे हैं और अभी लोगों के द्वारा नये नोटों को बहुत ही कम जमा किया जा रहा है तो ऐेसे में खराब नोट का निकाला जाना या जमा करना भी नामुमकिन सा लगता है। उपभोक्ता स्वयं और बैंक वाले भी खराब नोटों को लेने व जमा करने से इनकार कर देते हैं और अभी नई करेंसी के बीच ऐसे धुले हुए या खराब नोट आने की भी संभावना नगण्य है। यदि किसी एटीएम से इस तरह के खराब नोट निकलते भी हैं तो उसकी जिम्मेदारी संबंधित बैंक की होती है कि उसे बदले और ग्राहक की समस्या का निराकरण करे। इसके लिए ग्राहक को शिकायत आदि की प्रक्रिया पूरी करनी होती है।

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