• औरतों पर गर्म तेल फेंका, 26 के खिलाफ मामला दर्ज

    आज से 26 दिन पहले रीवा के संजय गांधी अस्पताल के बर्न वॉड में टिकुरी गांव की महरजुआ गुप्ता (उम्र 75) और महसुआ गांव की सुमन सिंह (उम्र 42) दोनों 80 फीसद जली हुई हालत में यहां लाई गई थीं। ...

    ... ताकि शराब माफिया के खिलाफ न उठे आवाज

    मनगवां (रीवा) से लौटकर रूबी सरकार


    भोपाल !     आज से 26 दिन पहले रीवा के संजय गांधी अस्पताल के बर्न वॉड में टिकुरी गांव की महरजुआ गुप्ता (उम्र 75) और महसुआ गांव की सुमन सिंह (उम्र 42) दोनों 80 फीसद जली हुई हालत में यहां लाई गई थीं।  26 दिन बीतने के बाद भी अस्पताल में न तो कोई राजनेता इन्हें देखने पहुंचे और न ही कोई अधिकारी। ऐसा नहीं कि घटना की जानकारी राजनेताओं को नहीं है? यहां तक कि प्रभारी मंत्री और क्षेत्र के विधायक राजेन्द्र शुक्ल ने भी इनसे मिलने में आनाकानी की। हां, राष्ट्रीय महिला आयोग ने इसे गंभीरता लेते हुए संगीन अपराध माना और शीघ्र ही दौरा करने की बात कही। लेकिन आयोग दौरे की तिथि अभी तक निश्चित नहीं हो पायी है। दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधन का रवैया भी इनके प्रति ठीक नहीं है। परिवार के सदस्य नियमित घायल महिलाओं की मरहम पट्टी कर रहे हैं। इन दो महिलाओं के साथ एक दर्जन महिलाएं घायल हुई थीं, जिन्हें मरहम -पटटी के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। दरअसल, इनका यह हाल उनके आस-पास के गांव में रहने वाले शराब माफियाओं ने किया है। घटना 18 अगस्त, 2012 की है, जब करीब 35 महिला-पुरुषों का एक दल थाना मनगवां स्थित गंगेव गांव में दीपक गुप्ता के घर पर भगवती मानव कल्याण संगठन के बैनर तले दुर्गा चालीसा का पाठ चल रहा था। तभी  60-70 की संख्या में दबंगों ने धावा बोल दिया और  गाली-गलौज करते हुए उन औरतों पर तेजाब जैसा वलनशील पदार्थ फेंक दिया। इतने से भी मन नहीं भरा, तो पास में भण्डारे की तैयारी में चूल्हे पर चढ़ी कढ़ाई का गर्म तेल उठाकर औरतों पर उडेल दिया। इसके साथ ही बदमाशों ने तलवार से भी हमला बोला, जिसमें रघुराजगढ़ के नौजवान राजेश साहू चोटिल हुए हैं। चारों ओर चीख-पुकार सुनकर  मुख्य मार्ग पर स्थित घटना स्थल की ओर लोग भागने लगे । भगवती मानव कल्याण संगठन के कार्यकर्ता और तुरंत पुलिस को खबर की और जब तक पुलिस मौके पर पहुंचती, बदमाश भीड़ का सहारा लेकर भाग निकले। शनिवार हाट का दिन था और बाजार पूरे शबाब पर था। एकाएक बाजार की रौनंक मातम में बदल गई। भगवती मानव कल्याण संगठन नशा मुक्ति के लिए काम करने वाली संस्था है और संगठन के कार्यकर्ता अवैध शराब की सूचनाएं पुलिस को दिया करते हैं। घटना के संबंध में संगठन से 11 साल से जुड़े विजय कुमार गुप्ता ने कहा, कि यह संगठन शराब, गांजा एवं अन्य नशीली वस्तुओं की अवैध करोबार के खिलाफ लगातार पुलिस को सूचना देता रहा है। अब तक संगठन ने नशे के अवैध करोबार पर विराम लगाने के लिये पुलिस के साथ मिलकर धर-पकड़ के जरिये करोड़ों रुपये की अवैध नशीली वस्तुओं को पकड़वाया है। 14 अगस्त की सुबह साढ़ 9 बेजे थाना पथरिया के ग्राम किन्द्रव में 3 पेटी अवैध शराब पकड़वाई। इसी दिन रात में पौने 10 बजे तेंदूखेड़ा तहसील मुख्यालय में विश्वकर्मा मंदिर के पास बस से 48 पाव अवैध शराब पकड़वाई । इसी से तैश में आकर शराब माफियाओं ने धार्मिक अनुष्ठान में तलवार, लाठी, सरिये, तेजाब और गर्म तेल से हमला बोल दिया। पुलिस ने हमला करने वाले मन्टू सिंह, अन्टू सिंह, गजेन्द्र सिंह, संगम सिंह, राजेन्द्र पटेल सहित आरोपियों के विरूध्द 147,148,452,395 और 397 के तहत मामला दर्ज कर लिया। परंतु अफसोस इस बात का है, कि 26 दिन बीत जाने के बाद भी एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। दूसरी ओर संगठन से जुड़े कई कार्यकर्ताआें पर भी बदमाशाें ने धारा 151 के अन्तर्गत मामला दर्ज कर दिया है।जिनके बयान दर्ज होना बाकी है। इस घटना से गंगेव गांव में दहशत के साये में लोग जी रहे हैं और सरपंच इन्द्रलाल पटेल, विधायक पन्नाबाई प्रजापति और सांसद देवराज पटेल मौन है। जबकि घायलों को समझौते के लिए लगातार धमकियां मिल रही हैं। बहरहाल, घायल महिलाएं अभी भी नशा मुक्त समाज के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। उनका कहना है, कि भले ही उनकी जान चली जाएं, फिर भी शराब माफिया के खिलाफ उनकी यह मुहिम जारी रहेगी।इनका कहना हैफरार हैं सभी आरोपीमनगवां थाना प्रभारी ओपी बिनोदिया का कहना है, कि उन्होंने आस-पास के गांव गढ़, लालगांव, मनगवां के साथ ही कई इलाकों में दबिश डाली है, लेकिन 26 में से एक भी अपराधी हाथ नहीं आया है। सभी आरोपी गांव छोड़कर फरार है। उन्होंने कहा, दो - ढाई साल पहले भी यहां एक बड़ी वारदात हुई थी। लेकिन उस वक्त के अधिकारियों ने तुरंत इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके चलते अपराधियों के हौसले बुलंद है और वे बार-बार इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं। ये सभी पढ़े-लिखे नौजवान हैं। राय महिला आयोग की अध्यक्ष उपमा राय ने घटना से इंकार नहीं किया, लेकिन उन्होंने कहा, कि यह मामला कोई साजिश नहीं है बल्कि महज एक दुर्घटना है। दुर्गा चालीसा में यादा भीड़ होने से अफरा-तफरी मच गई और इसी में चूल्हे पर चढ़ी कढ़ाई का तेल भक्तों पर जा गिरा। ऐसा  रीवा के एस.पी. ने उन्हें बताया है।

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