• भूपेश राजनैतिक रोटी न सेंके : पैकरा

    रायपुर ! प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने ताड़मेटला कांड में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद कहा है कि नक्सलियों से चर्चा करने के लिए सरकार तैयार है। एक बयान में उन्होंने कहा परस्पर संवाद ही लोकतंत्र का आधार है। ...

    भूपेश राजनैतिक रोटी न सेंके : पैकरा

    रायपुर !  प्रदेश के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने ताड़मेटला कांड में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद कहा है कि नक्सलियों से चर्चा करने के लिए सरकार तैयार है। एक बयान में उन्होंने कहा परस्पर संवाद ही लोकतंत्र का आधार है। श्री पैकरा ने कहा नक्सल समस्या का निराकरण करने के लिए सरकार माओवादियों के अलावा किसी भी पक्ष से बातचीत के लिए खुले दिल से हमेशा तैयार है। बातचीत के लिए सरकार के दरवाजे हमेशा खुले हैं। चर्चा के लिए कभी इंकार नहीं किया है। लेकिन यह बातचीत लोकतंत्र और संविधान के दायरे में होनी चाहिए। गृहमंत्री ने कहा पूर्व में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कई बार कह चुके हैं कि नक्सली अगर हथियार और हिंसा छोडक़र सरकार से वार्ता के लिए आगे आते हैं तो हम जरूर चर्चा करेंगे। मुख्य धारा से जुडऩे पर नक्सलियों को गले लगाने भी तैयार रहेंगे। श्री पैकरा ने कहा आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के लिए सरकार ने आकर्षक पुनर्वास नीति बनाई है। इससे प्रभावित होकर बड़ी संख्या में नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं। गृहमंत्री ने इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को राजनैतिक रोटी सेंकने की नसीहत नहीं दी है।  गृह मंत्री रामसेवक पैकरा द्वारा ताड़मेटला अग्निकांड पर प्रदेश  कांग्रेस  अध्यक्ष भूपेश बघेल  को राजनैतिक रोटी नही सेकने की नसीहत का कांग्रेस ने कड़ा प्रतिवाद किया है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सचिव सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सीबीआई ने माना है कि गरीब आदिवासियों के घरो  को जलवाने का काम  पुलिस ने किया है।गृह मंत्री कोरी बयानबाजी से अपनी सरकार की काली करतूतो पर पर्दा नही डाल सकते। सी बी आई ने सुप्रींम कोर्ट में प्रस्तुत चार्ज शीट में स्पष्ट माना है की ताड़मेटला और पास के दोनों गांव में 252 घरो में आग पुलिस,सीआरपीएफ ,एसपीओ के लोगो ने लगाया था। सीबीआई ने यह भी माना है कि  सुरक्षा बलो के इन जवानो को दन्तेवाड़ा के तत्कालीन एसपी  कल्लूरी ने भेजा था । गृहमंत्री बताये कि आदिवासियों के 252 घरो को जलाये जाने को वे सही मानते है या गलत ।यदि यह गलत है तब उनकी सरकार इतने बड़े अपराध के लिए  दोषी अधिकारी पर क्या कार्यवाही करने वाली है। इस अग्नि कांड के समय ही तीन महिलाओ से दुराचार और तीन आदिवासियों की हत्याये भी हुई थी ।सरकार इन गरीबो के साथ कब न्याय करेगी ।दोषी लोगों को कब दण्डित किया जायेगा । गरीबो की हत्या करने वालो को सजा देने और जेल के सलाखों के पीछे डालने की मांग करना यदि राजनीतिक रोटी सेंकना  है तो कांग्रेस यह  काम बार बार करेगी  तब तक करेगी जब तक सरकार असली दोषियों को सजा नही देती ।


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