• गेवरा परियोजना के भू-विस्थापित करेेंगे आंदोलन

    कोरबा-पाली ! एसईसीएल की गेवरा परियोजना के लिए पाली विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम आमगांव और उसके आश्रित मोहल्लों का अधिग्रहण कर लिया गया है ...

    गेवरा परियोजना के भू-विस्थापित करेेंगे आंदोलन

    कोरबा-पाली !  एसईसीएल की गेवरा परियोजना के लिए  पाली विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम आमगांव और उसके आश्रित मोहल्लों का अधिग्रहण कर लिया गया है किन्तु मुख्य ग्राम के  किसानों का मुआवजा, नौकरी, पुनर्वास व दी जाने वाली सुवधाओं के लिए एसईसीएल प्रबंधन ने कार्यवाही पूरी करने के बाद बाकी मोहल्ला से मुंह फेर लिया जिससे क्षेत्र के रहवासियों में असुरक्षा और रोष है। पिछले दिनों जोकाही डबरीवासियो ने रैली के साथ गेवरा सीजीएम को मुआवजा और पुनर्वास  की मांग पर माकपा के नेतृत्व में  व्यक्तिगत आवेदन जमा कराया था, वार्ता के दौरान सीजीएम गेवरा के द्वारा दशहरा पूर्व क्षेत्र का राजस्व विभाग से अनुमोदन प्राप्त कर अग्रिम कार्यवाही का भरोसा दिलाया गया था किन्तु अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। इस परिप्रेक्ष्य में आयोजित बैठक में प्रमुख रूप से माकपा के जिला सचिव सपुरन कुलदीप ने विस्थापित परिवारों को संगठित होकर संघर्ष के लिए तैयार रहने कहा। प्रशासन और एसईसीएल अधिकारियों पर गरीबों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि दबंगो और सक्षम लोंगों के मकानों तथा उनके व्यवसायिक प्रतिष्ठानों का सीमांकन नापी कर लिया गया है किन्तु वंचितों, दलितों , गरीबों की उपेक्षा कर अधिकार से वंचित किया जा रहा है। इसके खिलाफ  सडक़ और कानून की लड़ाई लड़ी जा रही है। निजी हक की जमीन का ही नहीं बल्कि शासकीय भूमि पर निर्मित मकानों का भी मुआवजा देना होगा। ऐसे सभी हितग्राहियों को संगठित होकर अपनी मांग को उचित और सक्षम अधिकारी के समक्ष रखना होगा। इसके लिए  6 नवम्बर को विस्तारित बैठक ली जाएगी। बैठक में मनी राम महिलांगे, ललित कुमार ओकेश कुमार साहू, हेतराम गढवाल, चन्द्रकला कश्यप, नंदकुमारी, प्रभादेवी, नोनी बाई, पंचुबाई, बिरसबाई, ममता राठौर, गायत्री बाई, मनोज आदिले, हरीश कुर्रे, रामेश्वर महिलांगे, सरोजनी सतनामी, अनीता राठौर, लक्ष्मीनारायण , अमर गभेल, कुंतीबाई सहित बड़ी संख्या में भू-विस्थापित मौजूद थे।


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