• करंट बिछाकर जंगली जानवरों का शिकार

    रायगढ़ ! रायगढ़ जिला मुख्यालय में जंगली जानवरों का शिकार बेरोकटोक जारी है जिससे कई जंगली जानवर अब तक काल के गाल में समा चुकें है यही नही जंगली जानवरों का शिकार करने के लिये बिछाये ग...

    करंट बिछाकर जंगली जानवरों का शिकार

    वन व विद्युत विभाग मौन कई लोग आ चुके हैं चपेट में रायगढ़ !  रायगढ़ जिला मुख्यालय में जंगली जानवरों का शिकार बेरोकटोक जारी है जिससे कई जंगली जानवर अब तक काल के गाल में समा चुकें है यही नही जंगली जानवरों का शिकार करने के लिये बिछाये गये करंट प्रवाहित तार की चपेट में आकर कई लोग बुरी तरह झुलस भी चुकें है परंतु न तो वन अमले को इस बात की जानकारी है और न ही विद्युत विभाग को। इसी का फायदा उठाते हुए ग्रामीण बेजुबान जंगली जानवरों का शिकार करते जा रहें है। निरंतर बढ़ते आंकडो के हिसाब से रोजाना दो जंगली जानवर अवैध शिकार की भेंट चढ़ते हैं। उड़ीसा सीमा से लगा है ग्राम सराईपाली और इसी गांव के आसपास है तिलगा, भगोरा, मनुआपाली, रेगडा जहां खेतों में लगी फसल को बचाने के लिये किसान बिना विद्युत विभाग की अनुमती के विद्युत प्रवाहित तार बिछाकर रखते है और इनकी चपेट में वे बेजुबान जंगली जानवर आ रहें है जो जंगल से निकलकर इधर रूख करते है ऐसे हंथकंडे लगातार अपनाये जा रहे है और बढ़ती संख्या के चलते जानवर तो मारे जा रहें है बल्कि अब गांव के लोग भी कुछ किसानों के इस कारनामे की भेंट चढ रहें है। एक पीडि़त दयाराम सारथी ने बताया कि  जंगल से लौटते समय वह करंट प्रवाहित तार की चपेट में आ गया और आज वह मुश्किल से अपनी जिंदगी काट रहा है। इस पूरे मामले में  हमारी की टीम ग्राम सराईपाली तथा आसपास के गांव में जाकर  देखा कि किस तरह अवैध ढंग से विद्युत कनेक्शन लेकर उनका उपयोग किया जा रहा है और जानवर से लेकर आम इंसान इनका उपयोग कर रहें है।  ग्राम सराईपाली में  हमारी टीम ने पूरा दिन बीताया और देखा कि गांव के लोग शाम ढलते ही हुकिंग के जरिये बड़े आराम से हजारों वाट की विद्युत लाइन से अपना तार खींचकर बिछाते है जो हरे भरे पडों से होकर खेतों तक पहुंचता है इतना ही नही इस दूरी में जंगल से खेत में आने जाने वाले लोग चपेट में आते रहते है। जंगली जानवर तो आये दिन इसका शिकार होते है। इस पूरे मामले में चक्रधर नगर थाना के सिपाही सुरेश कुमार ने बताया कि  अवैध विद्युत कनेक्शन का प्रयोग करने से इस प्रकार के हादसे न केवल बढ रहें है बल्कि लोगों की जाने भी जा रही है। वह यह भी बताता है कि मामला दर्ज होनें के बाद जांच के दौरान कई आरोपी पकडे जाते है पर विद्युत विभाग इस ओर ध्यान नही देता। सराईपाली गांव के सरपंच टीकाराम ठेठवार एवं गिरधारी साव  का भी यही मानना है कि कार्रवाई के नाम पर अगर कडाई बरती जाती है तो ऐसे अवैध शिकार और दुर्घटना बडे आराम से रोकी जा सकती है। हमारी टीम ने इस इस मामले को लेकर विद्युत विभाग के अधीक्षण यंत्री सी.एस.सिंह से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि  तो उन्होंने ने भी तत्काल मौके पर जाकर जांच करने के साथ-साथ दोषी लोगों पर मामले दर्ज करने की भी बात कही।  ऐसे गंभीर मामलों में जानकारी होनें के बाद भी जिले के विद्युत अधिकारी तथा अन्य प्रशासन अधिकारी कोई पहल करते है या नही या यूं ही लगातार करंट प्रवाहित तारों की चपेट में आकर आम ग्रामीणों के अलावा जंगली जानवर भी यूं ही मरते चले जाएंगे।


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