• स्कूल, होटल व उद्योग में नगर प्रशासन ने जड़ा ताला

    जांजगीर ! नगर एवं ग्राम निवेश तथा नगर पालिका की संयुक्त कार्यवाही से अवैध निर्माण कराने वालों में हडक़म्प मचा हुआ है। ...

    स्कूल, होटल व उद्योग में नगर प्रशासन ने जड़ा ताला

    जांजगीर !   नगर एवं ग्राम निवेश तथा नगर पालिका की संयुक्त कार्यवाही  से अवैध निर्माण कराने वालों में हडक़म्प मचा हुआ है। इस टीम ने आज नगर के प्रतिष्ठित होटल की सील किया वही नगर से सटे गांव बनारी के पास निर्मित गुरूकुल इंटरनेशनल स्कूल व जांजगीर अकलतरा मुख्य मार्ग के अमरताल में संचालित केव्हीके बायो एनर्जी प्लांट के कार्यालय को सील कर दिया है इस कार्यवाही के दौरान राजस्व अमले के अधिकारी व पुलिस बल मौजूद रही। बताया जाता है कि इन संस्थानों को पखवाड़े भर पूर्व से नोटिस जारी करते हुए निमार्ण को लेकर आपत्ति दर्ज हुई थी। राज्य सरकार से लगातार मिल रहे निर्देश व राजस्व की क्षति को लेकर स्थानीय प्रशासन ने पहली बार सख्त व बड़ी कार्यवाही करते हुए तीन अलग-अलग बड़े संस्थानों को सील किया। जिसमें नगर के अकलतरा रोड़ स्थित राधा-मीरा होटल, गुरूकुल इंटरनेशनल स्कूल तथा केव्हीके बायो एनर्जी प्लांट के दफ्तर सील किया गया है। इस कार्यवाही में नगर एवं ग्राम निवेश के सहायक संचालक विमल बडग़ैय्या, मुख्य नगर पालिका अधिकारी दिनेश कोशरिया के आलावा जांजगीर एसडीएम अजय उरॉव, तहसीलदार व भारी संख्या में पुलिस बल की टीम उपस्थित थे। बताया जा रहा है कि इन संस्थानों ने नगर तथा ग्राम निवेश के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया है। जिस पर इन्हे गत् सितम्बर के आखिर में नोटिस जारी कर आवश्यक दस्तावेजों के साथ शपथ पत्र प्रस्तुत करने कहा गया था मगर उक्त संस्थानों ने इस नोटिस को गंभीरता से लेने के बजाय जवाब प्रस्तुत नहीं किया जिसके चलते संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाही  की है। इस कार्रवाही के बाद से नगर में अवैध निर्माण कर चुके प्रतिष्ठानों एवं मकान मालिकों के बीच हडक़म्प मचा हुआ है। कहा जा रहा है कि जिन तीन प्रतिष्ठानों को सील किया उनका निर्माण अवैध है अथवा अनुमति के दौरान दिये नक्शे के अनुरूप भवन नहीं है जिसके चलते कार्यवाही की गई है। आगे भी होगी कार्रवाई- सीएमओ इस संबंध में मुख्य नगर पालिका अधिकारी दिनेश कोसरिया ने बताया कि नगर व ग्राम निवेश कार्यालय द्वारा ऐसे भवनों की सूची मंगाई गयी थी जो निमय विरूद्ध बने है। इस पर पालिका की ओर से करीब 186 की सूची दी जा चुकी है जिन्हे नोटिस जारी कर नियमितिकरण कराने आवश्यक दस्तावेजों व शपथ पत्र के साथ बुलाया जा रहा है। निर्देशों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाही आगे भी जारी रहेगी।


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