• अनशनकारियों की हालत बिगड़ी, इलाज कराने से इनकार

    कोरबा-जमनीपाली। एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा नौकरी नहीं दिये जाने से व्यथित 5 भूविस्थापितों द्वारा किये जा रहे आमरण अनशन के चौथे दिन आंदोलन को समर्थन तेज को गया है।...

    अनशनकारियों की हालत बिगड़ी, इलाज कराने से इनकार
    अनशनकारियों की हालत बिगड़ी, इलाज कराने से इनकार

    कोरबा-जमनीपाली। एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा नौकरी नहीं दिये जाने से व्यथित 5 भूविस्थापितों द्वारा किये जा रहे आमरण अनशन के चौथे दिन आंदोलन को समर्थन तेज को गया है। कांग्रेस ने पहले ही अपना साथ दिया है और शहर विधायक जयसिंह अग्रवाल भी धरना स्थल पर समर्थन देने पहुंचे थे। भूविस्थापित महासंघ के साथ 38 गांवों के एनटीपीसी प्रभावित भूविस्थापितों ने भी समर्थन का ऐलान किया है। 

    केसी जैन मार्ग पर आमरण अनशन पर बैठे भूविस्थापितों  की हालत बिगड़ने लगी है। इसकी सूचना पर डाक्टर की टीम ने अनशन स्थल पहुंचकर जांच पड़ताल की। रक्त एवं ब्लड प्रेशर की जांच करने पर डाक्टर ने पाया कि भूविस्थापितों के शरीर में पानी की कमी हो गई है और ईलाज हेतु अस्पताल में भर्ती करना पड़ेगा।

    भूविस्थापितों ने अपना ईलाज कराने से इनकार करते हुए कहा है कि जब तक इंसाफ नहीं मिलेगा तब तक अनशन जारी रहेगा। आंदोलन को समर्थन देने कांग्रेस जनसमस्या निवारण प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मुरली महंत आज भी अनशन स्थल पर बैठे रहे। दूसरी ओर एनटीपीसी भूविस्थापित महासंघ के अध्यक्ष की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ग्राम धनरास, छुरीखुर्द, घोड़ापाठ एवं अन्य ग्रामों के भूविस्थापितों को जोड़ने का निर्णय लिया गया है।


    पूर्व में पदाधिकारी एवं समिति प्रमुखों द्वारा अपने हक एवं जायज मांगों को लेने के लिए 22 सितंबर को स्थायी रोजगार हेतु आवेदन देकर 15 दिवस के भीतर निराकरण करने का निवेदन किया गया था, किन्तु आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। 

     

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