• मोबाइल टॉवर रेडिएशन का कोई दुष्प्रभाव नहीं: डीआेटी

    चंडीगढ़। मोबाइल टॉवर्स से इलेक्ट्रो मैग्नेटिक फील्ड (ईएमएफ) यानि रेडिएशन उत्सर्जन का जीवन पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है ऐसा विश्व में गत 30 वर्षों में हुये 25 हजार से ज्यादा अध्ययनों में सामने आया है। ...

     मोबाइल टॉवर रेडिएशन का कोई दुष्प्रभाव नहीं: डीआेटी

     

    मोबाइल टॉवर रेडिएशन का कोई दुष्प्रभाव नहीं: डीआेटी

    चंडीगढ़। मोबाइल टॉवर्स से इलेक्ट्रो मैग्नेटिक फील्ड (ईएमएफ) यानि रेडिएशन उत्सर्जन का जीवन पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है ऐसा विश्व में गत 30 वर्षों में हुये 25 हजार से ज्यादा अध्ययनों में सामने आया है। दूरसंचार मंत्रालय में दूरसंचार विभाग (डीओटी) के सचिव तथा दूरसंचार आयोग के चेयरमैन जे.एस. दीपक ने आज यहां ईएमएफ को लेकर देश में व्याप्त भ्रांतियों के निराकरण के लिये विभाग द्वारा आयोजित एक जागरूकता कार्यक्रम में यह बात कही।


    उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थय संगठन (डब्ल्यूएचआे) द्वारा जारी उक्त अध्ययनों में ऐसा कोई वैज्ञानिक आधार सामने नहीं आया है जिससे यह पुष्टि होती हो कि मोबाइल टॉवर्स से उत्सर्जित रेडिएशन का मानव सहित किसी भी जीव पर कोई दुष्प्रभाव पड़ता है। उन्होंने बताया कि अलबत्ता इन अध्ययनों से यह बात जरूर सामने आई है कि मोबाइल टॉवर से उत्सर्जित रेडिएशन मोबाइल फोन और यहां तक कि सूर्य की किरणों से कई गुणा कम होता है।

    ऐसे में इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है तथा तथ्य की इंटरनेशनल कमीशन ऑन नॉन आयोनाइजिंग रेडिएशन प्रोटेक्शन ने भी पुष्टि की है।  दीपक ने बताया कि मोबाइल टॉवर पूर्णतया सुरक्षित हैं और देश में ईएमएफ को लेकर जो नियम और मानक निर्धारित किये गये हैं वे डब्ल्यूएचआे मानकों से दस गुणा कड़े हैं। ऐसे में कोई भी मोबाइल टॉवर स्थापित करने के पूर्व और पश्चात इसमें से उत्सर्जित रेडिएशन की मात्रा की पूरी तरह जांच कर इसे संचालित करने की अनुमति प्रदान की जाती है।  

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