• स्वच्छता ऐप से दे सकते हैं शहर में गंदगी की जानकारी

    गाजियाबाद ! यदि आपके घर के बाहर, मोहल्ले अथवा शहर में कहीं पर गंदगी है अथवा नालों की सफाई नहीं हो रही है तो आपको नगर पालिका अधिकारियों के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं है।...

    गाजियाबाद !   यदि आपके घर के बाहर, मोहल्ले अथवा शहर में कहीं पर गंदगी है अथवा नालों की सफाई नहीं हो रही है तो आपको नगर पालिका अधिकारियों के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं है। आप सीधे स्वच्छता ऐप डाउनलोड करें तथा शिकायत भेज दें। इसके परिणाम भी आपको उस समय तत्काल देखने को मिलेंगे जब आपकी शिकायत का समाधान तत्परता से होगा। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने शहरों में स्वच्छता अभियान को गति देने के साथ ही साफ-सफाई के लिए स्वच्छता ऐप विकसित किया है। इस ऐप पर आप यदि शिकायत करेंगे वह भी मोबाइल फोन से फोटो समेत तो इसका निराकरण भी शीघ्र होगा। अभी तक यह होता आया है कि मोहल्लों अथवा घर के पास जमा गंदगी को दूर करने के लिए लोगों को सफाई कर्मचारी से लेकर सफाई निरीक्षक एवं अधिशासी अधिकारी के साथ ही सभासद अथवा पार्षद के चक्कर लगाने पड़ते हैं। इसके बाद भी सुनवाई होकर सफाई हो जाए तो बड़ी बात है। इसकी तरफ ध्यान केंद्र सरकार ने दिया है। ऐप के माध्यम से शिकायत केंद्र सरकार के पास से होते हुए सीधे नगर विकास विभाग उत्तर प्रदेश एवं इसके बाद संबंधित नगर पालिका के अधिकारी के पास पहुंच जाएगी। शिकायत पहुंचने के बाद अधिकारी तत्काल कार्रवाई करते हुए समस्या का समाधान करेंगे। साथ ही जहां सफाई कार्य हुआ है वहां की फोटो भी शिकायत निराकरण के साथ ही ऐप पर भेजेंगे। इसके लिए आपको अपने एंड्रायड मोबाइल के गूगल प्ले स्टोर में जाना होगा। यहां पर आपको वैसे तो बहुत से ऐप नजर आएंगे। लेकिन स्वच्छता एमओयूडी डाउन लोड करना है। इसके बाद आपको कोड नंबर मिलेगा। इस कोड को फीड करने के साथ ही पूछा जाएगा कि देश के राज्य का नाम। इसके बाद जिला एवं शहर। इसके बाद मोबाइल से गंदगी की फोटो खींचकर आप सीधे शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इस ऐप की खासियत यह है कि फोटो भेजने के साथ ही उस स्थान का नक्शा भी नगर पालिका अथवा नगर निगम के संबंधित अधिकारी तक पहुंच जाएगा। इस ऐप मे एक लाख से अधिक आबादी के शहरों को किया गया है शामिल गाजियाबाद जिले में गाजियाबाद नगर-निगम के साथ ही मोदीनगर व लोनी नगर पालिकाओं को शामिल किया गया है। ऐप का पंजीकरण शहरों के लोगों द्वारा कम करने पर स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) निदेशालय उत्तर प्रदेश के निदेशक एवं स्टेट मिशन डायरेक्टर राकेश कुमार मिश्र ने चिंता जताई है। उन्होंने संबंधित निकायों से कहा है कि जनता को जागरूक कर अधिक से अधिक लोगों को ऐप डाउन लोड करायें जिससे लोगों को इसका लाभ मिल सके। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की पहल पर स्वच्छता ऐप विकसित किया गया है। लेकिन लोगों को इसकी जानकारी न होने के कारण ऐप के माध्यम से समस्याएं कम आती है। जो भी समस्या ऐप के माध्यम से आती है उसका तत्काल निराकरण किया जाता है। नेपाल सिंह, सफाई निरीक्षक, नगर पालिका मोदीनगर।


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