• फसल में नमी बताकर एजेंसियां नहीं खरीद रहीं धान

    होडल ! अनाज मंडी में धान की खरीद के लिए तैनात की गई सरकारी एजेंसियों द्वारा फसल में नमी का बहाना कर धान खरीद में लापरवाही बरती जा रही है।...

    फसल में नमी बताकर एजेंसियां नहीं खरीद रहीं धान

    होडल !  अनाज मंडी में धान की खरीद के लिए तैनात की गई सरकारी एजेंसियों द्वारा फसल में नमी का बहाना कर धान खरीद में लापरवाही बरती जा रही है। जिसको लेकर किसानों में पिछले कई दिनों से रोष बना हुआ है। अनाज मंडी में धान खरीद के लिए हरियाणा वेयर हाउस और हैफैड एजेंसी को नियुक्त किया गया है। मंडी में एक अक्टूबर से सरकार द्वारा धान की खरीद शुरू होने वाली थी।  लेकिन फसल में नमी बताते हुए एजेंसियों द्वारा 11 अक्टूबर तक एक भी दाना नहीं खरीदा गया। जबकि निजी एजेंसियों द्वारा उसी धान को 12 सौ से 13 सौं रुपए प्रति कुंतल तक खरीद किया था। किसानों के विरोध के बाद सरकारी एजेंसियों ने 12 से 18 अक्टूबर तक 2 लाख 63 हजार 175 कुंतल धान की खरीद की है जबकि मंडी धान के ढ़ेरों से अटी पड़ी है। सरकार द्वारा जब तक मंडी में धान की खरीद शुरू नहीं की थी, तब तक निजी एजेंसियों द्वारा धान खरीदकर सरकार को काफी चूना लगाया जा चुका है। मंडी में 12 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक हरियाणा वेयर हाउस ने कुल 1 लाख 30 हजार 805 कुंतल तथा हैफैड एजेंसी ने 1 लाख 32 हजार 370 कुंतल धान खरीदा है। जबकि मंडी में आज भी धान के ढ़ेर लगे हुए हैं। किसान मंडी में धान की बिक्री के लिए कई-कई दिनों तक इंतजार में पड़े रहते हैं। यूपी सीमा से जुड़ी होडल की सबसे बड़ी अनाज मंडी में यूपी से भी भारी मात्रा में धान की फसल पहुंच रही है। यहां अपनी फसल लाने वाले किसानों की फसल समय और उचित रेटों पर बिक्री हो जाती है। इसलिए यूपी के किसान अपनी सभी फसलों को बेचते हैं। यूपी सीमा से जुड़े गांव लालपुर, दहगांव, कामर,गढ़ी, बरवारी, बरका, बुखरारी, शेरगढ़, पैगाम, नंदगांव, छाता, बहटा, जाव, बठैन, गिंडोह, नगरिया के अलवा अन्य कई गावों के किसान धान की फसल को होडल अनाज मंडी में बेच रहे हैं। निगम निदेशक संजय जून ने बुधवार को एसडीएम प्रताप ङ्क्षसह, मार्केट कमेटी सचिव सुलतान सिंह, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी भारतभूषण, संदीप कुमार, हैफैड के दयानंद पोसवाल, मंडी प्रधान बृजपाल, राईस मिल एसोसिएशन के प्रधान नरेश सौरोत के साथ अनाज मंडी का दौरा किया। यहां अधिकारियों ने मंडी की उन ढ़ेरियों की भी जांच की जिन्हें सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा नमी बताकर छोड़ दिया था। अधिकारी मंडी में उन किसानों से भी मिले दो पिछले कई दिनों से अपनी फसल को बेचने के लिए मंडी में डेरा डाले हुए हैं। यहां अधिकारियों ने धान फसल की मशीन से जांच भी की। उन्होंने किसानों से कहा कि वह धान की फसल को साफ व सुखाकर मंडी में पहुंचाए ताकि खरीद एजेंसियों को दिक्कतें न उठानी पडीं। उन्होंने मंडी में किसानों से कहा कि सरकार के मापदंड के अनुसार धान की सभी फसल खरीदी जाएगी।


अपनी राय दें