• राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होगा बाल वैज्ञानिक हिमांशु

    जांजगीर ! जिले के सक्ती नगर निवासी होनहार बाल वैज्ञानिक हिमांशु रतेरिया द्वारा बुजुर्गों को ध्यान में रखते हुए बनाये गये ...

    राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होगा बाल वैज्ञानिक हिमांशु

    नेशनल ईग्नाइट अवार्ड में सक्ती के होनहार ने जिले को किया गौरवान्वि


    जांजगीर !   जिले के सक्ती नगर निवासी होनहार बाल वैज्ञानिक हिमांशु रतेरिया द्वारा बुजुर्गों को ध्यान में रखते हुए बनाये गये प्रोजेक्ट को देश के नामचिन वैज्ञानिक भी तारिफ किये बिना भी नहीं रह सके और देश भर से आये 55 हजार प्रोजेक्टर में से कुल 28 चयनित प्रोजेक्ट में स्थान बनाकर जिले को गौरवान्वित किया है। हिमांशु ने बुुजुर्गो को समय पर दवा खिलाने  के लिए टीवी अलार्म का प्रोजेक्ट तैयार किया था। जिसपर आगामी 7 नवम्बर को राष्ट्रपति के हाथो पुरस्कृत किया जावेगा। हिमांशु वर्तमान में भुनेश्वर (उड़ीसा) में 11 वीं की पढ़ाई कर रहे है।     जिले के सक्ती नगर में रहने वाले हिमांशु रतेरिया का चयन पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम स्मृति में आयोजित राष्ट्रीय इग्नाईट अवार्ड के लिए हुआ है। बाल वैज्ञानिको को मिलने वाले देश के सबसे बड़े अवार्ड के लिए हिमांशु रतेरिया का चयन होने से माता-पिता सहित पूरा जिला गौरवान्वित महसूस कर रहा है। वर्तमान में हिमांशु रतेरिया भुवनेश्वर (उड़ीसा) में काईट्स इंटरनेसनल स्कूल में कक्षा 11 वी की पढ़ाई कर रहा है। हिमांशु को मिलने जा रहे इस अवार्ड के लिए देश भर के लिए 55 हजार बच्चो ने विज्ञान से जुड़े अपने प्रोजेक्ट प्रस्तुत किये थे। जिसमें  हिमांशु रतेरिया भी एक था, देश भर के वैज्ञानिको ने सभी प्रोजेक्टो पर गहन विचार विमर्श और शोध करने के बाद 55 हजार में से सिर्फ  28 प्रोजेक्ट को उपयुक्त पाया उसमे हिमांशु रतेरिया का प्रोजेक्ट भी था। हिमांशु रतेरिया के बनाये गए प्रोजेक्ट और आइडिये को देख कर वैज्ञानिक भी दंग रह गए अपने प्रोजेक्ट में ग्यारहवी कक्षा के छात्र हिमांशु रतेरिया ने न केवल बुजुर्गो बारे में सोचा बल्कि उन्हें टीवी अलार्म के जरिये समय पर दवा खिलाने की याद दिलाने वाला ऐसा उपकरण ईजाद कर दिखाया जिसे देखने के बाद वैज्ञानिक भी तारीफ  किये बिना नहीं रह सके। हिमांशु की इस उपलब्धि से पिता सुनील रतेरिया और माँ सरोज रतेरिया खुशी से फुले नहीं समा रहे है। हमारे प्रतिनिधी ने जब हिमांशु रतेरिया के माता पिता से बात किया तब वे एक ही शब्द कह पाए की हिमांशु देश का बेटा है और उन्हें हिमांशु के माता-पिता कहलाने पर गर्व है। गौरतलब है की राष्ट्रीय इग्नाईट एवार्ड के लिए छत्तीसगढ़ से तीन छात्रों का चयन हुआ है जिसमें बालक आवासीय विद्यालय पोटा केबिन बुरदी, सुकमा के क्लास छठवी के छात्र रौशन सोढ़ी, आस्था विद्या मंदिर गीदम (दंतेवाड़ा) की सातवी की छात्रा इन्दु मानिकपुरी  और वर्तमान में काईट्स इंटरनेसनल स्कूल भुनेश्वर (उड़ीसा) में अध्ययनरत कक्षा 11 वी के छात्र हिमांशु रतेरिया शामिल है जिन्हें 7 नवम्बर को भारत के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी अवार्ड देकर सम्मानित करेगें।

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