• चंद्रबाबू नायडू और उनके परिवार के पास 74 करोड़ रुपये की संपत्ति

    विजयवाड़ा ! आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू तथा उनके परिवार के सदस्यों के पास कुल मिलाकर 74 करोड़ रुपये की संपत्ति है।...

    चंद्रबाबू नायडू और उनके परिवार के पास 74 करोड़ रुपये की संपत्ति

    विजयवाड़ा !   आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू तथा उनके परिवार के सदस्यों के पास कुल मिलाकर 74 करोड़ रुपये की संपत्ति है। मुख्यमंत्री के बेटे नारा लोकेश ने बुधवार को लगातार छठे साल परिवार की संपत्ति की घोषणा की।

    नायडू की कुल संपत्ति 3.73 करोड़ रुपये की है, जिसमें हैदराबाद के पॉश इलाके जुबली हिल्स में 3.68 करोड़ रुपये का एक मकान भी है।

    तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख के पास 1.52 लाख रुपये की एक एंबेसडर कार है। उनके ऊपर बैंक का 3.06 करोड़ रुपये का ऋण भी है, जिसके बाद उनकी कुल संपत्ति 67 लाख रह जाती है। पिछले साल यह आंकड़ा 42 लाख था।

    हेरिटेज फूड्स की प्रबंध निदेशक व नायडू की पत्नी भुवनेश्वरी के पास 38.66 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जबकि उनकी देनदारियां 13 करोड़ रुपये की हैं।

    हेरिटेज फूड्स में भुवनेश्वरी के शेयर की कीमत 19.95 करोड़ रुपये है। उन्होंने अन्य कंपनियों में 3.23 करोड़ रुपये निवेश कर रखा है।

    टीडीपी के महासचिव लोकेश के पास 14.50 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जबकि उनके ऊपर 6.35 करोड़ रुपये का कर्ज है। उन्होंने हेरिटेज फूड्स में 2.52 करोड़ रुपये तथा अन्य कंपनियों में 1.64 करोड़ रुपये निवेश कर रखा है।


    लोकेश की पत्नी ब्राह्मनी के पास 5.38 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिसमें जुबली हिल्स इलाके में 3.50 करोड़ रुपये कीमत का एक मकान भी है। मनिकोंडा तथा माधापुर में उनकी 1.40 करोड़ रुपये कीमत की जमीनें भी हैं।

    लोकेश ने पिछले साल जन्मे अपने बेटे नारा देवांश की संपत्ति की भी घोषणा की है।

    उसके नाम पर जुबली हिल्स में 9.17 करोड़ रुपये की कीमत का एक मकान है, साथ ही 2.4 करोड़ रुपये फिक्स भी किया गया है।

    लोकेश ने कहा कि वे चाहे सत्ता में रहे या फिर विपक्ष में, उन्होंने हमेशा अपनी संपत्ति की घोषणा की है।

    उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस के उस आरोप की आलोचना की, जिसमें नायडू पर बेनामी संपत्ति रखने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि अगर कोई यह साबित कर दे कि उनकी संपत्ति घोषित संपत्ति से अधिक है, तो वह संपत्ति उसके नाम कर देंगे।

    लोकेश ने इस बात से इनकार किया कि वे राज्य प्रशासन में दखलंदाजी करते हैं। उन्होंने कहा कि इस पर पार्टी के पोलित ब्यूरो को फैसला लेना है कि उन्हें मंत्री पद देना है या नहीं।

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