• 2017 तक नक्सलवाद के खात्मे का लक्ष्य

    बीजापुर ! वन मंत्री महेश गागड़ा ने अतिसंवेदनशील उसूर ब्लॉक के मुख्यालय में सोमवार को एक समारोह में माओवादियों को सीधे बस्तर के लूटेरे निरूपित करते कहा कि वे बस्तरियों का खून बहकाकर विदेशों और महानगरों में आरामदेह जीवन जी रहे हैंं। ...

    मिलन समारोह में वनमंत्री व अग्नि के संयोजक ने किया संबोधित   बीजापुर !   वन मंत्री महेश गागड़ा ने अतिसंवेदनशील उसूर ब्लॉक के मुख्यालय में सोमवार को एक समारोह में माओवादियों को सीधे बस्तर के लूटेरे निरूपित करते कहा कि वे बस्तरियों का खून बहकाकर विदेशों और महानगरों में आरामदेह जीवन जी रहे हैंं। उन्होंने समाज की मुख्यधारा से भटके युवाओं को माओवाद से तौबाकर बस्तर के विकास में सहभागी बनने की अपील करते कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रमन सिंह यहां भी विकास की धारा बहाएंगे और एक दिन पुजारी कांकेर में भी एटीएम होगा। आवापल्ली में जिला बल की ओर से आयोजित तीन दिनी मिलन समारोह के समापन के मौके पर वन मंत्री ने ये बात कही। इस मौके पर आईजी एसआरपी कल्लूरी, बीजापुर एसपी केएल ध्रुव, बस्तर एसपी आरएन दाश, कोण्डागांव एसपी संतोष कुमार समेत पुलिस अफसर, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आम नागरिक मौजूद थे। वन मंत्री ने कहा कि आज तेलंगाना में घुसते ही पक्की सडक़ें और तमाम आधुनिक सुविधाएं नजर आती हैं। बस्तर में नक्सली सडक़ खोद रहे हैं और स्कूल को तोड़ रहे हैं। ये काम तेलंगाना के नक्सली लीडर बस्तर के युवाओं से करवा रहे हैं। ये नेता अपने बच्चों को हैदराबाद एवं दिल्ली ही नहीं बल्कि विदेशों में पढ़ा रहे हैं और बस्तर के बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे  हैं। महेश गागड़ा ने आईजी एसआरपी कल्लूरी को जांबाज बताते कहा कि उनकी अगुवाई में जो काम हो रहा है, उससे निश्चित तौर पर शांति आएगी। उन्होंने सभा में मौजूद बच्चों से डॉक्टर और इंजीनियर बनने की कामना की। इस मौके पर जिला गोण्डवाना समाज के अध्यक्ष तेलम गौरेया ने भी अपनी बात रखी और ऐसे आयोजन को अच्छा कदम बताया।  सभा में पंचायत सदस्य सुश्री जानकी कोरसा, सीईओ योगेश यादव, बीईओ बीएस नागेश, बीआरसी आरडी झाड़ी एवं अन्य मौजूद थे। ‘अग्नि’ की पुचकार और ललकार देश में हिंसा के खिलाफ काम कर रही संस्था ‘अग्नि’ के संयोजक आनंद मोहन मिश्र ने नक्सलियों को ललकारा और कहा कि यदि वे नियत समय तक हथियार नहीं छोड़ देंगे तो मई 2017 तक उनकी लाश ही मिलेगी। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली का एक वर्ग पुलिस पर ज्यादती का आरोप लगाकर अतिवाद की अप्रत्यक्ष हिमायत करता है। उस वर्ग को नक्सली हिंसा से पीडि़तों का दर्द दिखाई नहीं देता है। श्री मिश्रा ने कहा कि मध्य बस्तर से नक्सलवाद का खात्मा हो गया है। इसका श्रेय आईजी एसआरपी कल्लूरी और एसपी आरएन दाश को जाता है। काम तो सभी करते हैं लेकिन वे जान को हथेली पर रखकर काम कर रहे हैं। अग्नि संयोजक के साथ नक्सल विरोधी अभियान से जुड़े सुब्बाराव एवं मनीष पारेख भी आए थे। रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति तीन दिन तक चले समारोह में लोगों को जोडऩे खेल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें उसूर के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया। कबडडी में इलमिड़ी ने एसटीएफ को मात दी। वन मंत्री ने विजेता एवं उप विजेता को क्रमश: पांच एवं तीन हजार रूपए दिए।


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