• चहेते को पेट्रोल पंप दिलाने नियमों में हेरफेर

    रायगढ़ ! बरमकेला चंद्रपुर मार्ग में प्रस्तावित पेट्रोल पंप निर्माण में नए खुलासे हुए है, बताया जाता है कि पंप के आवंटन में अपने मनपंसद को मौका मिले, इसलिए इंडियन ऑयल की तरफ से नियमों को ही बदल दिया गया। ...

    चहेते को पेट्रोल पंप दिलाने नियमों में हेरफेर

    आईओसी अधिकारियों की बाजीगरी उजागर बैंक स्टेटमेंट में मिली थी गड़बड़ी रायगढ़ !   बरमकेला चंद्रपुर मार्ग में प्रस्तावित पेट्रोल पंप निर्माण में नए खुलासे हुए है, बताया जाता है कि पंप के आवंटन में अपने मनपंसद  को मौका मिले, इसलिए इंडियन ऑयल की तरफ से नियमों को ही बदल दिया गया। क्योंकि पुराने नियमों में पंप के आंवटन को निरस्त करने की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। यहां बन रहे पेट्रोल पंप आवंटन में किस तरह से आईओसी की तरफ से मनमानी की गई, इसके बारे में नए मामले सामने आए है।  2011 में जब पंप के लिए निविदा के आधार पर आवंटन के लिए निविदा मंगाई गई तो उस समय  सभी के आवेदकों से आवेदन तिथि तक के बैंक एकाउंट में उपलब्ध राशि की जानकारी दी जानी थी,  आवंटन के बाद स्थल निरीक्षण के दौरान बैंक एकाउंट में किसी तरह की फेरबदल नहीं की जानी थी।  उक्त बदलाव की स्थिती में पेट्रोल पंप आवंटन को निरस्त करने का प्रावधान कंपनी के नियमों में था। लेकिन बरमकेला चंद्रपुर मार्ग के प्रस्तावित पेट्रोल पंप में इस नियम की धज्ज्यिां उड़ा दी गई। जबकि जिस जगह पर पेट्रोल पंप आबंटित की गई वहां पर मोबाईल नेटवर्क के दो-दो टावर लगे हुए है। नियम के अनुसार जहां पर मोबाईल टावर लगे रहते है वहां पर शासन द्वारा पेट्रोल पंप का आंबटन नही किया जाता है। क्या है नया नियम पेट्रोल पंप के आवंटन निश्चित करने के बाद जब कंपनी अधिकारियों को गड़बड़ी की जानकारी मिली तो उन्होंने पुराने नियम में संशोधन कर दिया. नए नियम में यह बात दर्शाई गई कि आवेदन और स्थल निरीक्षण की अवधि में अगर बैंक स्टेटमेंट में किसी प्रकार के फेरबदल से मेरिट लिस्ट को प्रभाव नहीं पड़ता है तो उस स्थिति आंवटन को पूर्व की तरह बरकरार रखा जाएगा. जबकि यह नियम पहले से नहीं बना था। आरटीआई से मिली जानकारी इस निविदा में दूसरे स्थान पर रहे  ठेकेदार ने आंवटन संबंधी जानकारी के लिए आरटीआई आवेदन जमा किया था, जिसमें इस बात की जानकारी मिली कि किस प्रकार मनचाहे व्यक्ति को पेट्रोल पंप दे ने के लिए कंपनी के नियमों को तोड़ा मरोड़ा गया। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार पेट्रोल पंप का आवंटन पानेवाले कपिल कुमार ने अपने आवेदन के दौरान और स्थल निरीक्षण के दौरान एकाउंट मेंं 40 हजार रूपए का अंतर पाया गया, मामले की पुष्टि इंटेलिजेंस जांच में भी हुई है, इसके बाद भी पेट्रोलपंप के आवंटन को निरस्त नहीं किया गया।


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