• बुराई के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही कातरो की महिलाएं

    उतई। असामाजिक तत्वों के खलाफ लड़ाई लड़ते ग्राम कातरो की महिलाओं ने कमर कसी है। इस बीड़ा को उठाने वाली लगभग 2 सौ महिलाएं हैं जो 25-25 के गुट में रतजगा करती हैं। ...

    बुराई के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही कातरो की महिलाएं

     

    बुराई के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही कातरो की महिलाएं

    उतई। असामाजिक तत्वों के खलाफ लड़ाई लड़ते ग्राम कातरो की महिलाओं ने कमर कसी है। इस बीड़ा को उठाने वाली लगभग 2 सौ महिलाएं हैं जो 25-25 के गुट में रतजगा करती हैं। ज्ञात हो कि आदर्श इस्पात ग्राम कातरो की महिलाएं ग्राम सुरक्षा के लिए अब पुलिस के भरोसे नहीं रहेंगी। गांव की महिलाओं ने गांव के युवाओं, बुजुर्गों व बच्चों में जुआ सट्टा व नशे के बढ़ते लत को देखकर शिवशक्ति महिला कमांड टीम का गठन किया।

    पहले ग्राम कातरो के चौक चौराहों, हाट बाजारों में गांव के कुछ बिगड़े हुए लोगों की टोली जुआं, ताश का खेल सुबह से लेकर देर रात तक खेलते रहते थे। साथ में ये लोग शराब, बीड़ी, सिगरेट आदि का नशा भी करते थे। अश्लील गालियां देते जिससे गांव का माहौल खराब हो रहा था। बच्चों में भी इसका बुरा असर हो रहा था।


    यह देखकर गांव की सभी महिलाएं इक होकर अपने परिवार व बच्चों की हितों की रक्षा हेतु महिला ने ग्रामीण स्तर पर महिला कमांडो का गठन करने का निर्णय लिया। नवगठित शिवशक्ति महिला कमांडो टीम की अध्यक्ष केसर बाई ने बताया हम लोगों ने नशा व अन्य असामाजिक तत्वों के खिलाफ लड़ने की ठानी है। हमारी टीम में 200 महिलाएं हैं। हम सब महिलाएं अपने-अपने घर का काम करके गांव के चौक में इक होती हैं व 25 -25 गुट बनाकर लाठी लेकर अलग-अलग मोहल्लों में जाकर सर्चिंग करती हैं।

    उन्होंने आगे बताया कि एक सप्ताह में ही इसका असर देखने को मिल रहा है। पहले पानी पाउच प्लास्टिक के डिस्पोजल ग्लास चौक-चौक में पड़े हुए मिलते थे अब उसमें काफी कमी आई है। इस संदर्भ में गांव के सरपंच दुर्गा प्रसाद साहू ने बताया कि गांव की महिलाओं ने अच्छा काम कर रही हंै। मैंने कई बार गांव के सार्वजनिक स्थानों में नशापान जुआं, ताश नही खेलने की मुनादी कई बार कराई गई है फिर भी इन असामाजिक तत्वों में नियंत्रण नहीं हो रहा था लेकिन जब से महिलाओं ने एकजुटता दिखाई है।

    गांव का माहौल शांतिपूर्ण हो गया है। इस महिला कमांडो टीम में गांव की महिलाओं के साथ हमारी महिला पंच भी सहयोग कर रही हंै। हम इस टीम को और मजबूत बनाने के लिए शासन प्रशासन की भी मदद लेंगे।इस महिला कमांडो टीम में उपाध्यक्ष पूजा शुक्ला, सचिव कीर्ति साहू को बनाया गया है व कुलेश देवांगन, लक्ष्मी देवांगन, रमौतीन बाई, माहेश्वरी बाई, कौशल्या, सोहद्रा, शकुन, हिरमोतिन, सरोज, सावित्री, कलेन्द्री बाई, उषा बाई, रजनी बाई, शीला बाई, गौतम बाई, सेज बाई, बुधिया, सोहागा, तेज कुमारी, भान बाई, केवरा, कोमेश्वरी साहू, कुमारी कला बाई, मधु साहू, कमला, गीता, राधा, खेमिन, लेखनी, हीरा बाई, उत्तरा नारंग, गौरी बाई, देवकी, उत्तरा साहू, संतोषी साहू, सविता, यशोदा, रेशमा, उर्मिला, भानेश्वरी पटेल, मंजुलता, सत्यवती, इंदु खुटेल, रोहित, मोतिम, मालती, रामबाई, रमशीला, केवरा, अश्वनी, सीता, रश्मि जैसी सैकड़ों महिलाएं इसकी सदस्य हंै। पुरुष पंच मुहपाल साहू, मनोज सार्वा, चूड़ामणि, गजपाल भागी, निर्मल, कामता साहू जैसे पंच इन महिलाओं का हौसला बढ़ा रहे हंै।

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