• भुवनेश्वर के अस्पताल में आग लगने से 23 मरीजों की मौत, कई घायल

    भुवनेश्वर ! ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में शिक्षा एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय के अस्पताल में डायलिसिस वार्ड के गहन चिकित्सा कक्ष में आज रात आग लग गई, जिससे 23 मरीजों की मौत हो गई और कई अन्य झुलस गए जिसमें से कुछ की हालत गंभीर है। ...

    भुवनेश्वर के अस्पताल में आग लगने से 23 मरीजों की मौत, कई घायल

    भुवनेश्वर !   ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में शिक्षा एवं अनुसंधान विश्वविद्यालय के अस्पताल में डायलिसिस वार्ड के गहन चिकित्सा कक्ष में आज रात आग लग गई, जिससे 23 मरीजों की मौत हो गई और कई अन्य झुलस गए जिसमें से कुछ की हालत गंभीर है। अस्पताल के उप निदेशक डॉ. विजय महापात्रा ने बताया कि अभी तक 15 शव मिले हैं जबकि निजी अस्पताल एएमआरआई के सूत्रों ने आठ शव मिलने की पुष्टि है। अस्पताल से बाहर निकाले गए 30 मरीजों की हालत गंभीर है और उन्हें एएमआरआई अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि अन्य मरीजों को एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है। एसयूएम अस्तपाल से गंभीर हालत में कई मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया है। इसे देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। दम घुटने के कारण रोगियों की मौत हुई। राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अतानु सब्या साची नायक ने बताया कि सरकार ने खुर्द जिलाधिकारी को इस घटना की जांच करने और रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि अस्पताल से गंभीर हालत वाले मरीजों को राजधानी अस्पताल, कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, केआईएमएस अस्पताल तथा एएमआरआई अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है। दमकल विभाग ने अस्पताल से मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए 14 एम्बुलेंस एवं अन्य वाहनों को लगाया है। यह अस्पताल शहर के बाहरी इलाके शामपुर में है। अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. बसंत कुमार पात्री ने बताया कि अस्पताल की पहली मंजिल पर शाॅर्ट सर्किट के कारण आग लगने का अंदेशा है। अस्पताल के कर्मचारियों, दमकल कर्मियों तथा पुलिसकर्मियों ने आईसीयू में भर्ती तथा वेंटिलेटर पर रखे सभी मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है जबकि अन्य वार्डों से भी मरीजों को बाहर निकाला गया है। अस्पताल के कर्मचारियों के सभी प्रयासों के बावजूद आग के तेजी से फैलने के कारण अस्पताल में अफरातफरी मच गयी। मरीज और अन्य लोग खिड़कियों के शीशे तोड़कर सुरक्षित स्थान की ओर भागने लगे। पुलिस आयुक्त वाई बी खुरानिया और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान का जायजा लिया। एसयूएम अस्पताल ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और घोषणा की है कि वह अन्य अस्पतालों में भर्ती कराए गए मरीजों के इलाज का खर्च उठाएगा। बचाव अभियान में लगे दमकल विभाग के कर्मियों ने बताया कि जब वह घटनास्थल पर पहुंचे तो अस्पताल की इमारत और वार्डों में धुआं भरा हुआ था। उन्होंने दरवाजे तोड़कर और आग पर काबू पाकर किसी तरह अस्पताल से सभी रोगियों को बाहर निकाला।


अपनी राय दें