• जिला अस्पताल में नहीं है चर्म रोग के डॉक्टर

    बिलासपुर। नवीन जिला चिकित्सालय में चर्मरोग के डॉक्टर नहीं होने से यहां त्वचा रोगों के मरीजों को जिला अस्पताल से वापस लौटना पड़ रहा है। ...

    जिला अस्पताल में नहीं है चर्म रोग के डॉक्टर

     

    जिला अस्पताल में नहीं है चर्म रोग के डॉक्टर

    बिलासपुर। नवीन जिला चिकित्सालय में चर्मरोग के डॉक्टर नहीं होने से यहां त्वचा रोगों के मरीजों को जिला अस्पताल से वापस लौटना पड़ रहा है। वहीं इन रोगों से संबंधित मरीजो को यहां से सिम्स भेज दिया जाता है। निजी क्लिनिकों में मोटी फीस देकर लोग अपना इलाज करवा रहे है। वतर्मान में स्किन फंगल इंफेक्शन पीड़ितों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

     

    शासकीय अस्पताल में स्कीन विशेषज्ञ नहीं है। कम से कम एक एमबीबीएस डॉक्टर होना जरूरी है। क्योंकि निजी क्लिनिकों में स्कीन के डॉक्टरों की फीस अत्यधिक है। शासकीय अस्पताल में चर्म रोग के ईलाज के लिए सिर्फ 2 रूपये की पर्ची व नि:शुल्क दवा मिल जाती है। वहीं निजी क्लिनिकों में 500 रूपये जांच के लिए ली जाती है। उसके बाद 1000 रूपए की ट्यूब, दवाईयां डॉक्टरों द्वारा लिख दी जाती है। निजी क्लिनिकों में लोग उपचार के लिए मजबूरी में जाते है।


    जिला अस्पताल में हर दिन त्वचा रोग के 30-40 मरीज उपचार के लिए आते है। बाद में पता चलता है कि यहां एक भी चर्मरोग के डॉक्टर नहीं फिर इन्हे सिम्स भेज दिया जाता है। सिम्स में स्कीन के दो डॉक्टर है। मगर वह भी सप्ताह में सिर्फ तीन दिन ही चर्मरोग विभाग में बैठते है। निजी अस्पताल व क्लिनिक में ज्यादा फीस के वजह से गरीब जा नही पाते है। इससे इन्हे अस्पताल के चक्कर लगाना पड़ता है। वहीं शासकीय अस्पताल में स्कीन के डॉक्टर नहीं होने से लोगों को भारी परेशानी होती है।

    चर्म रोग एक बेहद गंभीर रोग है। जिसमें त्वचा में काले निशान भी पड़ जाते है। इसे एक्जिमा भी कहा जाता है। इस रोग में त्वचा पर खुजली दर्द और जलन होती रहती है। चर्मरोग के घमोरी, दाद, एक्जिमा, सफेद दाग, एलर्जी, खुजली, छाल रोग शामिल है। इसका सही समय पर उपचार नहीं करने पर यह रोग शरीर में किसी भी जगह फैल जाता है। 

    चर्म रोग के कई कारणत्वचा सीधे बाहरी वातावरण के सम्पर्क में रहता है। मनुष्य के शरीर में विभिन्न आंतरिक रोगो की तरह त्वचा के भी अनेक रोग है। शरीर की त्वचा या चमड़ी में अलग-अलग परत होती है,जो बाहरी नुकसान से इसकी रक्षा करती है। यह रोग शरीर के किसी भी भाग में हो सकते है। चर्मरोग के मुख्य कारण अनियमित आहार, शरीर की साफ  सफाई, कब्ज या एलर्जी से होता है। 

     

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