नवरात्र के अंतिम दिन पूजा-अर्चना के बाद बंद हुए मंदिर के पट, व्रतियों ने कन्या भोज कराकर पारण किया
अम्बिकापुर ! शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन सोमवार को अम्बिकापुर नगर के महामाया मंदिर, समलाया मंदिर, दुर्गा मंदिर, काली मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी। विगत नौ दिनों तक पूरा नगर मां की आराधना में लीन रहा।
नवरात्र के आखिरी दिन देवी दुर्गा के नौ रूपों में अन्तिम माता सिद्धिदात्री के दर्शन के लिए नगर के सभी मंदिरो में देवी भक्तों का भीड़ रही और पूरे विधि-विधान के साथ पूर्णाहुति के साथ नवरात्र सम्पन्न हुई। मां के उपासकों ने पूजा-अर्चना के बाद नौ कन्याओं और भैरव के रूप में बालक को भोजन कराकर व्रत तोड़ा। पीजी कॉलेज मैदान में दहशरा पर्व पर मंगलवार को 90 फीट का रावण, 45 फीट के कुम्भकरण और 45 फीट के मेघनाथ का पुतला दहन किया जायेगा। विजयादशमी महोत्सव के मुख्य अतिथि प्रदेश के गृहमंत्री राम सेवक पैकरा होंगे।
नवरात्रि के अंतिम दिन होनेवाले हवन व पूजन की तैयारियां महाअष्टमी को ही व्रतियों ने कर ली थी। अष्टमी को भी कई भक्तों ने हवन-पूजन के साथ सुबह व्रत का पारण किया। व्रती पूरे नौ दिन उपवास रखने के बाद बुधवार को देवी का रूप मानकर नौ कन्याओं का चरण धोया और पैर रंगकर विधिवत आरती की। कन्याओं को चुनरी ओढ़ाकर भोजन कराया, इसके बाद स्वयं अन्न ग्रहण किया और घर के बड़े-बुजुर्गों का आर्शीवाद प्राप्त किया। नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा के लिए उमड़े भीड़ और भक्तों के उमंग को लेकर पूरे नगर में वातावरण भक्तिमय बना रहा। दशहरा उत्सव की समाप्ति के बाद पंडालों में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जायेगा। विजयादशमी के अवसर पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सरगुजा महाराजा टीएस सिंह देव पैलेस में राजपरिवार की परंपरा के अनुसार शस्त्र पूजन करेंगे। दिन भर पुराने पैलेस का द्वार खुला रहेगा। कलाकेंद्र मैदान से निकलेगी भगवान राम, लक्ष्मण व हनुमान की शोभायात्रा विजयदशमी पर्व पर अम्बिकापुर नगर के पीजी कालेज प्रागंण में 90 फीट उंचा दशानन सहित कुम्भकरण व मेघनाथ के पुतले का दहन भव्य आतिशबाजी के बीच किया जायेगा। इसके पूर्व नगर के कलाकेंद्र मैदान से भगवान श्रीराम-लक्ष्मण व वानर सेना की भव्य शोभायात्रा निकलेेगी, जो राम मंदिर पहुंचेगी। सरगुजा सेवा समिति, नागरिक सेवा समिति एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किये जानेवाले विजयादशमी महोत्सव को लेकर निकलनेवाली शोभायात्रा में लोकनर्तक दलों की मौजूदगी होगी तथा ढोल-नगाड़ा की गूंज के बीच शोभायात्रा मुख्य मार्गों से होते कार्यक्रम स्थल पीजी कॉलेज ग्राउण्ड पहुंचेगी। इस दौरान जगह-जगह शोभायात्रा का स्वागत किया जायेगा। दशहरा उत्सव पर सरगुजिहा लोक नृत्य, गीत एवं रामायण गायन प्रतियोगिता के आयोजन में प्रतिभागी विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जायेगा।