• दशहरे में 10 लक्ष्य तय करें: रमन सिंह

    रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रविवार को अपनी मासिक रेडियो वार्ता में विजयादशमी, करवाचौथ, धनतेरस और दीपावली सहित एक नवंबर को मनाए जाने वाले छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस 'राज्योत्सव' के लिए भी प्रदेशवासियों को बधाई दी और दस लक्ष्य बनाने को कहा। ...

    दशहरे में 10 लक्ष्य तय करें: रमन सिंह

     

    दशहरे में 10 लक्ष्य तय करें: रमन सिंह

    रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रविवार को अपनी मासिक रेडियो वार्ता में विजयादशमी, करवाचौथ, धनतेरस और दीपावली सहित एक नवंबर को मनाए जाने वाले छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस 'राज्योत्सव' के लिए भी प्रदेशवासियों को बधाई दी और दस लक्ष्य बनाने को कहा।  डॉ. रमन सिंह ने लोगों को विजयादशमी की बधाई देते हुए कहा, "यह त्यौहार हमारी भारतीय संस्कृति में बहुत महत्व रखता है। जिस प्रकार रावण के दस सिर, दस तरह की बुराइयों के प्रतीक थे, उसी तरह समाज में भी कोई न कोई कमी रह जाती है, जिसमें सुधार की जरूरत होती है।" 

    डॉ. सिंह ने इस सिलसिले में सभी लोगों से दस लक्ष्यों का निर्धारण करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "मैं चाहता हूं कि हम सब मिलकर शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, कौशल विकास, अधोसंरचना विकास, वैज्ञानिक चेतना, सेवा, संस्कृति, रोजगार और उद्यमिता जैसे कोई दस लक्ष्यों का निर्धारण करें और समयबद्ध कार्ययोजना बनाकर नए शिखरों तक पहुंचने में सफलता हासिल करें।"

    मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान को छत्तीसगढ़ में हम सब मिलकर जनआंदोलन बना रहे हैं। स्त्री-पुरुष जनसंख्या के मामले में छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय अनुपात से काफी आगे है। हमारे यहां प्रति एक हजार पुरुषों की तुलना में 991 महिलाएं हैं। यह राज्य में महिलाओं की अच्छी स्थिति का भी प्रतीक है।"


    डॉ. सिंह ने सभी लोगों को शारदीय नवरात्रि के साथ-साथ 11 अक्टूबर को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की भी शुभकामनाएं दीं।मुख्यमंत्री ने अपने रविवार के प्रसारण में महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में राज्य में महिलाओं की बेहतर स्थिति और उनके सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की विस्तार से जानकारी दी। 

    डॉ. सिंह ने कहा, "नारी सम्मान की रक्षा के लिए अपने घरों में शौचालय का होना और इसके उपयोग की आदत डालना सबसे जरूरी है। मैं चाहूंगा कि पुरुष स्वयं इसकी पहल करें।"उन्होंने समृद्धि को स्वच्छता से जोड़ने की भारतीय परंपरा का उल्लेख करते हुए दीपावली को स्वच्छता के अवसर के रूप में देखने की जरूरत पर भी बल दिया। आने वाले राज्योत्सव 2016 के संदर्भ में उन्होंने कहा कि भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी हमें राज्य की सौगात दी है। 

    मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में महिलाओं की बेहतर सामाजिक स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य के 27 में से 13 जिलों में तो महिलाओं की संख्या पुरुषों से भी ज्यादा है। यह छत्तीसगढ़ में महिलाओं की अच्छी स्थिति का प्रतीक है।डॉ. सिंह ने कहा, "नवरात्रि में कन्या भोज की परंपरा है, लेकिन छत्तीसगढ़ में हमने इसे और आगे बढ़ाते हुए कुपोषण मुक्ति और पोषण सुरक्षा तक पहुंचा दिया है।" 

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