नोएडा ! कुलेसरा बार्डर के पास हुई डेढ़ लाख की लूट का खुलासा करते पुलिस ने पांच शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके पास 52 हजार की नगदी व आई-10 कार बरामद की गई है। पकड़े गए बदमाश रैकी व योजना बनकार लूट पाट की घटना को अंजाम देते थे। साथ ही इनके कुछ साथी कारों की खरीद फरोख्त का काम करते थे। गिरोह के दो सदस्या अभी फरार है। एसपी सिटी दिनेश यादव ने बताया कि पकड़े गए बदमाश ज्यादा पढ़े लिखे नहीं है। जल्द ही फरार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कुछ लोग लूटपाट की योजना बना रहे है। इसके चलते फेज-2 पुलिस ने अलर्ट जारी करते हुए गश्त बढ़ा दी। शनिवार रात पांचो बदमाश कुलेसरा बार्डर सेक्टर-88 के पास थे। पुलिस को देखने पर यह भागने लगे। घेराबंदी कर पुलिस ने पांचो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान कुलदीप, मनीष, कार्तिक, अवधेश व आशीष के रूप में हुई है। इनके दो साथी कुलदीप पुत्र विनोद व सर्वेश कुमार फरार है।
जेल से छूटने पर दिया वारदात को अंजाम
पुलिस गिरफ्त में आया कुलदीप पुत्र श्रीचंद शातिर किस्म का बदमाश है। यह धारा 363, 376 को मुकदमे में पांच साल तिहाड़ जेल में भी रह चुका है। इसके भाई मिंटू और धोलू पर हत्या के मुकदमे है वह अभी जेल में है। इसके अलावा मनीश थाना फेज-2 से साल.2014 में डकैती की योजना बनाने के अपराध में जेल जा चुका है। आशीष फेज-2 थाना से 2015 में जेल जा
चुका है।
27 जनवरी को की थी लूट
पकड़े बदमाशों ने बीएसएनएस समैत अन्य मोबाइल कंपनियों के रिचार्ज कूपन का पैसा कलेक्ट करने वाले एजेंट आशीष बाजपेयी को अपना शिकार बनाया था। आशीष कुलेसरा, हल्दौनी, चौगानपुर से रिचार्ज कूपन का पैसा कलेक्ट करता था। इसकी जानकारी सर्वेश के पास थी। लिहाजा सर्वेश ने सभी बदमाशों के साथ मिलकर लूटपाट की योजना बनाई। 27 जनवरी की रात करीब साढ़े नौ बजे आशीष को अपना शिकार बनाया और डेढ़ लाख रुपए लूट लिए। बदमाशों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आई-10 कार, 52 हजार रुपए, एक बैग, सात मोबाइल व दो तमंचा 315 बोर, दो खोखा कारतूस व कई आईडी मिली है।