• प्राधिकरण के एचटीएमएस को केन्द्र आज देगा पुरस्कार

    नोएडा ! नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर लगातार हो रहे हादसों को रोकने के लिए इस साल फरवरी में शुरू किया गया हाइवे ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (एचटीएमएस) लोगों की जान बचाने में काफी मददगार साबित हुआ है।...

    नोएडा !   नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर लगातार हो रहे हादसों को रोकने के लिए इस साल फरवरी में शुरू किया गया हाइवे ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (एचटीएमएस) लोगों की जान बचाने में काफी मददगार साबित हुआ है। इसके चलते इस एक्सप्रेस-वे पर पहले के मुकाबले दुर्घटनाओं में 25 फीसदी की कमी आई है। इसी को देखते हुए केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय और राजमार्ग मंत्रालय शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन रमा रमण को अवार्ड देगा। गौरतलब है कि एक्सप्रेस-वे के निर्माण के बाद से अब तक हजारों लोग इस पर अपनी जान से हाथ खो चुके है। लगातार हो रहे हादसों को रोकने के लिए कई बार इसका सर्वे कराया गया। दरअसल एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर करीब 5-5 जगहों पर ब्लाइंड कट बने हुए थे। सर्विस रोड से आने वाले वाहन इन कटों से अचानक निकलकर एक्सप्रेस-वे पर चढ़ जाते थे। जिसके चलते इन कटों के आसपास एक्सिडेंट की घटनाएं बहुत होती थीं। प्राधिकरण ने इन ब्लाइंड कटों में बदलाव कर वाहनों के सर्विस रोड द्वारा उतरने और एक्सप्रेस-वे पर चढऩे के रास्तों को अलग-अलग कर दिया। साथ ही एक्सप्रेस-वे को दौड़कर पार करने वाले लोगों को रोकने के लिए ऐसी जगहों को चिह्नित कर वहां कंटीले तार लगवा दिए। क्या है एचटीएमएस नोएडा प्राधिकरण ने इसी साल फरवरी में करीब 30 करोड़ रुपए की लगात से हाइवे ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (एचटीएमएस) की शुरूआत की। इससे करीब 24 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे पर 120 सीसीटीवी कैमरों से मॉनिटरिंग की जाती है। इस सिस्टम को ऑस्ट्रियन कंपनी ने लगाया है और यही इसकी मानीटरिंग और मेंटीनेंस का काम भी देखती है। हाईरिजाल्यूशन कैमरों के साथ ही  सड़क के दोनों ओर डिस्प्ले बोर्ड लगाकर वाहन चालकों को आगे के हालात की जानकारी दी जाती है। हर दो किमी की दूरी यलो बॉक्स लगाए गए, जिनमें लगे स्पीकरों के जरिए दुर्घटना के समय कंट्रोल रूम को तुरंत सूचना दी जा सके। 42 प्रोजेक्टों में से चुना गया नोएडा डीसीईओ सौम्य श्रीवास्तव ने बताया कि केन्द्र सरकार ने नोएडा एक्सप्रेस-वे पर लगे एचटीएमएस को स्पेशल अवॉर्ड के लिए चुना है। इस अवार्ड के लिए प्राधिकरण को देश भर के बड़े प्रोजेक्टों में जगह पाने में सफलता प्राप्त हुई है। शहरी ट्रांसपोर्ट को बेहतर बनाने के लिए डिवेलपमेंट, इंस्टॉलेशन, टेस्टिंग, ऑपरेशन और मेंटिनेंस के लिए केंद्र सरकार ने शुरू में देश भर से 42 प्रोजेक्ट को सिलेक्ट किया था। इसके बाद 20 प्रोजेक्टों को बाहर कर दिया गया। उसके बाद 10 प्रोजेक्ट और अंत में केवल चार प्रोजेक्ट को फाइनल कर अवॉर्ड के लिए चुना गया।


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