• तीन और बेबस किसानों ने की आत्महत्या

    भुवनेश्वर ! ओडिशा में शनिवार को सूखे और कर्ज से बेबस तीन और किसानों ने खुदकुशी कर ली। जाजपुर जिले के खेतरापाल गांव में एक किसान ने कटक अस्पताल में शनिवार को आखिरी सांस ली। ...

    भुवनेश्वर !   ओडिशा में शनिवार को सूखे और कर्ज से बेबस तीन और किसानों ने खुदकुशी कर ली। जाजपुर जिले के खेतरापाल गांव में एक किसान ने कटक अस्पताल में शनिवार को आखिरी सांस ली। किसान की पहचान देवेंद्र महापात्र के रूप में हुई है।

    महापात्र ने फसल हानि और कर्ज के बोझ के चलते चार दिन पहले कीटनाशक पी लिया था।

    महापात्र की बहन ने बताया, "मेरे भाई ने धान की खेती के लिए व्यक्तिगत देनदारों और बैंक से कर्ज लिया था। लेकिन जब फसल कम बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुई तो कर्ज चुकाने में असमर्थता के कारण उन्होंने खुदकुशी कर ली।"

    दूसरा मामला कटक जिले के कुमापुर गांव के अन्य किसान हदीबंधु मलिक का है। उनकी मौत भी शुक्रवार को जहर खाने की वजह से अस्पताल में हुई।

    पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि मलिक ने इस साल अपनी चार एकड़ जमीन में धान की खेती के लिए बैंक से ऋण लिया था। लेकिन कम बारिश के कारण फसलों का नुकसान हुआ और कर्ज चुकाने में असमर्थ होने के कारण उसने यह कदम उठाया।


    भद्रक जिले के नयानंद गांव के किसान रमेश राउत की भी जहर खाने से मौत हुई।

    राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए 1,000 करोड़ रुपये की सहायता पैकेज की घोषणा के बावजूद किसानों की मौत जारी है।

    राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार, ओडिशा में 1999 और 2013 के बीच खेती और कृषि क्षेत्रों में कार्यरत 3602 लोगों ने आत्महत्या की है।

    मृतकों में 3,128 पुरुष और 474 महिलाएं शामिल हैं।

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