• उपमुख्यमंत्री के रिश्तेदार को विज्ञापन के ठेके देने का आरोप

    नई दिल्ली ! राजधानीवासियों को खुद को ईमानदार होने का भरोसा दिलाकर सत्ता में काबिज हुई आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया पर उनके रिश्तेदारों को विज्ञापन का ठेका देने की शिकायत सामने आई है। दिल्ली सरकार ने इसी वर्ष 526 करोड़ का बजट विज्ञापन विभाग का रखा है...

    नई दिल्ली !   राजधानीवासियों को खुद को ईमानदार होने का भरोसा दिलाकर सत्ता में काबिज हुई आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया पर उनके रिश्तेदारों को विज्ञापन का ठेका देने की शिकायत सामने आई है। दिल्ली सरकार ने इसी वर्ष 526 करोड़ का बजट विज्ञापन विभाग का रखा है और शिकायत मिलते ही भ्रष्टïाचार निरोधक शाखा ने दिल्ली सरकार को नोटिस भेज दिया है। हालंाकि दिल्ली सरकार के सूचना एवं प्रसार निदेशालय की ओर से विज्ञप्ति जारी कर बताया गया है कि विभाग की ओर से इस प्रकार का कोई नोटिस नहीं मिला है।  राजधानी की सड़कों पर बड़े-बड़े होर्डिग्स में आप सरकार की उपलब्धियों को गिनाने वाले विज्ञापनों में सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के रिश्तेदार का नाम घोटाले में आ रहा है। अटकलें चल रही है कि विज्ञापनों का ठेका सिसोदिया ने अपने रिश्तेदार को दिलाया था, हालांकि सरकार सफाई दे रही है कि प्रिंट, इलेक्ट्रानिक मीडिया और सड़कों पर लगी होर्डिंग्स को डीएवीपी के रेट और उसके पैनल की एजेंसियों के माध्यम से ही किया गया है। सरकार का कहना है कि अगर डीएवीपी के रेट किसी मीडिया के लिए उपलब्ध नहीं भी थे, तो वित्त विभाग के रेट पर ही विज्ञापन जारी किए गए हैं। विज्ञापनों के लिए मीडिया संस्थानों का चयन डीएवीपी के माध्यम से और निर्देशों को ध्यान में रखकर किया गया था।  निदेशालय ने कहा है कि विज्ञापन घोटाले की खबर निराधार शिकायतों पर आधारित व झूठ हंै। निदेशालय ने विज्ञापन के ठेके पर आरोप को सरकार की छवि धूमिल करने के इरादे से लगाया आरोप बताया और कहा कि इसके खिलाफ उचित कार्यवाई की जाएगी। लेकिन पूरी विज्ञप्ति में यह नहीं बताया कि जिस कंपनी अथवा सिसोदिया के रिश्तेदार का जिक्र हो रहा है वह है अथवा नहीं? जबकि एसीबी प्रमुख मुकेश मीणा ने पुष्टिï करते हुए बताया किविज्ञापन विभाग को नोटिस भेजा  गया है और मामले की जांच के आदेश भी दिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक विज्ञापन में धांधली की शिकायत एसीबी में एक व्यक्ति ने दर्ज कराई। बताया जाता है कि शिकायतकर्ता ने एसीबी को विज्ञापनों से जुड़े कुछ सबूत भी सौंपे हैं।


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