• राजधानी के मॉल में बिकेगा दंतेवाड़ा का जैविक चावल

    दंतेवाड़ा ! दंतेवाड़ा का जैविक चावल राजधानी के मैग्नेटो मॉल में बिकेगा। यह चावल दिसंबर माह से मैग्रेटो मॉल में उपलब्ध हो जाएगा। यह जानकारी कलेक्टर केसी देवसेनापति ने समय सीमा की बैठक में दी। ...

    दंतेवाड़ा !   दंतेवाड़ा का जैविक चावल राजधानी के मैग्नेटो मॉल में बिकेगा। यह चावल दिसंबर माह से मैग्रेटो मॉल में उपलब्ध हो जाएगा। यह जानकारी कलेक्टर केसी देवसेनापति ने समय सीमा की बैठक में दी। उल्लेखनीय है कि महानगरों में जैविक उत्पादों के प्रति लोगों का रूझान काफी बढ़ा है। जिला प्रशासन के इस कदम से रायपुर के पश्चात अन्य महानगरों में भी जैविक धान उपजा रहे किसानों के लिए बाजार की नई संभावनाएं खुलेंगी। जिला प्रशासन जिले में उत्पादित हो रहे जैविक धान की ब्रांडिंग के संबंध में अन्य योजनाएं भी बना रहा है। शहरों के बड़े मार्केट तक पहुंच हो जाने से किसानों को उत्पादित धान का अच्छा खासा मूल्य मिल पाएगा। साथ ही अन्य किसानों के लिए भी जैविक धान का उत्पादन करने की प्रेरणा मिलेगी। उल्लेखनीय है कि दंतेवाड़ा को जैविक कृषि वाले जिले के रूप में तैयार किया जा रहा है। किसानों को जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। समय समय पर विभिन्न कृषि मेलों में भी यहां के किसानों द्वारा उपजाए जा रहे जैविक चावल का प्रदर्शन किया जा रहा है तथा इनकी अच्छी खासी बिक्री हो रही है। उल्लेखनीय है कि जो किसान जैविक धान उपजा रहे हैं उन्होंने पिछले वर्ष पांच गुना अधिक उत्पादन हासिल किया। साथ ही कीटनाशक एवं फेर्टिलाइजर मदों में आने वाला खर्च भी नहीं हुआ। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन ने इसे अपनाने वाले किसानों के खेतों में मोचो बाड़ी लगाई। इसके तहत दो से ढाई एकड़ जमीन में फेंसिंग कराई गई। इससे जिले में सब्जी के उत्पादन को भी बढ़ावा मिला। केन्द्र सरकार ने मनरेगा के नवाचार श्रेणी में इस अहम पहल को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि बस्तर की भूमि सुगंधित फसलों के लिए अति उत्तम है। वन भूमि होने के चलते इस भूमि में सुगंधित फसलों का अच्छा उत्पादन होता है।  बस्तर में धान की अनेक किस्में हैं। कुछ किस्में ऐसी हैं जो कम पानी में भी अच्छी उपज देती है। कुछ किस्मों में पोषक पदार्थ प्रचुर मात्रा में होते हैं। सुगंधित चावल की कुछ ऐसी किस्में हैं जो केवल बस्तर में पाई जाती है। मैग्नेटो मॉल में जैविक धान की बिक्री शुरू होने से इन किस्मों की डिमांड काफी बढ़ेगी, जिससे जैविक जिले के रूप में दंतेवाड़ा की प्रसिद्धि और तेजी से बढ़ेगी। कलेक्टर ने कृषि, राजस्व एवं पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले के सूखाग्रस्त क्षेत्रों में राहत कार्य में तेजी लाएं।


     

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