• बिल्डरों को अब देना होगा लकडिय़ों का हिसाब

    बिलासपुर ! जिले के भवन निर्माताओं एवं बिल्डर्स को अब बांस, बल्ली, खिड़की, दरवाजे सेट्रिंग प्लेट आदि का हिसाब प्रति तीन माह में वन विभाग को देना होगा सीसीएफ उडऩ दस्ता टीम ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है कि जो भवन निर्माण के व्यवसाय से जुड़े हैं उन्हें विभाग से अनुज्ञप्ति पत्र लेकर कार्य करना होगा।...

    हर 3 माह में बताना होगा कहां से लाई लकड़ी, कहां किया उपयोग बिलासपुर !   जिले के भवन निर्माताओं एवं बिल्डर्स को अब बांस, बल्ली, खिड़की, दरवाजे सेट्रिंग प्लेट आदि का हिसाब प्रति तीन माह में वन विभाग को देना होगा सीसीएफ उडऩ दस्ता टीम ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है कि जो भवन निर्माण के व्यवसाय से जुड़े हैं उन्हें विभाग से अनुज्ञप्ति पत्र लेकर कार्य करना होगा। गौरतलब है कि जिले में कई भवन निर्माता ठेकेदार व बिल्डर्स है जो भवन निर्माण में बेहिसाब व कीमत, लकड़ी का उपयोग करते हैं जो काष्ठ अधिनियम 1973 का उल्लंघन है जिस पर अब अंकुश लगाने विभाग पहल करने जा रहा है। कई ठेकेदार एक बार खरीदे गये बांस बल्ली व लकड़ी की रसीद को कई बार उपयोग में ला रहे हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए सीसीएफ उडऩदस्ता टीम ने सभी के लिये निर्देश जारी किया है और प्रति तीन माह में हिसाब-किताब विभाग में देने चेतावनी दी है। अभी तक कोई हिसाब नहीं जिले में कई भवन निर्माता व ठेकेदार बिल्डर्स है जो बेहिसाब बांस, बल्ली, सेट्रिंग प्लेट, खिड़की, दरवाजे का उपयोग भवन निर्माण में करते हैं, लेकिन बहुत कम बिल्डर है जिनके पास वन विभाग का अनुज्ञा पत्र है लेकिन इसके बाद भी वन विभाग के अधिकारियों की इन पर कभी नजर नहीं पड़ी। अब तक इनके द्वारा उपयोग किए गए लकडिय़ों का कोई हिसाब-किताब नहीं है। एक बार खरीदी गई लकड़ी की रसीद को ये कई बार उपयोग में ला रहे हैं। जिससे जंगल व राजस्व दोनों की क्षति हो रही है। यह है नियम वन विधि संहिता के अनुसार व्यापार विनियमन काष्ठ नियम 1973 की धारा 07 के अन्तर्गत प्रत्येक भवन निर्माता जो इमारती लकड़ी का कच्चे माल के रुप में उपयोग करता है तथा प्रत्येक व्यापारी या उपभोक्ता को काष्ठ अधिनियम के अनुसार वन विभाग से अनुज्ञप्ति पत्र प्राप्त करना जरुरी है। सभी को दी गई है सूचना सभी भवन निर्माताओं ठेकेदारों व बिल्डर्स को सूचना दे दी गई है कि वन विभाग से विनिर्माता अनुज्ञा पत्र प्राप्त कर कार्य करें। एस.एन.मनहर सीसीएफ उडऩदस्ता प्रभारी कोई निर्देश नहीं मिला अब तक हमें वन विभाग से कोई दिशा निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। यदि विभाग की ओर से कोई निर्देश दिया जाता है तो उसका पालन जरुर करेंगे। एस.पी.चतुर्वेदी अध्यक्ष,बिल्डर्स एसोसिएशन


     

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