• बिना ब्याज के ऋण लेने एक सप्ताह का और मौका

    रायपुर ! छत्तीसगढ़ में चालू खरीफ मौसम में आठ लाख 67 हजार किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से बिना ब्याज के लगभग दो हजार 280 करोड़ रुपए का ऋण वितरित किया जा चुका है। यह राशि इस साल ऋण वितरण के लिए निर्धारित लक्ष्य का लगभग 86 प्रतिशत है।...

    रायपुर !   छत्तीसगढ़ में चालू खरीफ मौसम में आठ लाख 67 हजार किसानों को सहकारी समितियों के माध्यम से बिना ब्याज के लगभग दो हजार 280 करोड़ रुपए का ऋण वितरित किया जा चुका है। यह राशि इस साल ऋण वितरण के लिए निर्धारित लक्ष्य का लगभग 86 प्रतिशत है। राज्य सरकार ने खरीफ मौसम 2015-16 में दो हजार 650 करोड़ रुपए का कृषि ऋण बंाटने का लक्ष्य रखा गया है। छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष अशोक बजाज ने आज यहां बताया कि इस वर्ष खरीफ फसलों के लिए ऋण बांटने का कार्यक्रम एक अप्रैल 2015 से चल रहा है। किसानों को इस महीने की 30 तारीख तक खरीफ फसलों के लिए कृषि ऋण लेने की सुविधा मिलेगी। इसके बाद एक अक्टूबर से रबी मौसम 2015-16 के लिए ऋण देने का कार्य शुरू हो जाएगा। रबी मौसम के लिए ऋण लेने की अंतिम तारीख 31 मार्च 2016 होगी। श्री बजाज ने बताया कि चालू खरीफ मौसम में रायपुर संभाग के पांच जिलों रायपुर, गरियाबंद, बलौदाबाजार, महासमुंद और धमतरी में दो लाख 25 हजार 19 किसानों को 633 करोड़ रुपए के ऋण वितरित किए जा चुके हैं। इनमें रायपुर जिले के 51 हजार 176 किसानों को 145 करोड़ 83 लाख रुपए, गरियाबंद जिले के 36 हजार 192 किसानो को 78 करोड़ 83 लाख रुपए, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के 65 हजार 773 किसानों को 177 करोड़ 47 लाख रुपए, महासमुंद जिले के 43 हजार 47 किसानों को 147 करोड़ 78 लाख रुपए तथा धमतरी जिले के 38 हजार 831 किसानों को 90 करोड़ 91 लाख रुपए के कृषि ऋण बांट दिए गए हैं। दुर्ग जिले के पांच जिलों में एक लाख 66 हजार एक सौ किसानों को 442 करोड़ 33 लाख रुपए के ऋण संबंधित क्षेत्रों की सहकारी समितियों के माध्यम से वितरित किए जा चुके हैं। इस संभाग के राजनांदगांव जिले में सबसे ज्यादा किसानों को ऋण दिया गया है। यहां के एक लाख 21 हजार 482 किसानों ने 251 करोड़ 86 लाख रुपए का कृषि ऋण लिया है। इस संभाग के दुर्ग जिले के 48 हजार 652 किसानों को 145 करोड़ 11 लाख, बलौद जिले के 53 हजार 967 किसानों को 175 करोड़ 44 लाख रुपए, बेमेतरा जिले के 71 हजार 213 किसानों को 181 करोड़ 89 लाख रुपए और कबीरधाम जिले के 44 हजार 618 किसानों को 190 करोड़ 46 लाख रुपए का ऋण दिया गया है। बिलासपुर संभाग के अन्तर्गत जांजगीर-चाम्पा जिले के 50 हजार 297 किसानों ने 125 करोड़ 74 लाख रुपए का ऋण खेती-किसानी के लिए लिया है। इसी प्रकार बिलासपुर जिले के 39 हजार 218 किसानों को 98 करोड़ चार लाख रुपए, मुंगेली जिले के 26 हजार 353 किसानों को 65 करोड़ 88 लाख रुपए और कोरबा जिले के दस हजार 760 किसानों को 26 करोड़ 90 लाख रुपए का कृषि ऋण गत 21 सितम्बर तक वितरित किया जा चुका है। बस्तर संभाग के 65 हजार 639 किसानों ने चालू खरीफ मौसम में खेती-किसानी के लिए 181 करोड़ 11 लाख रुपए का ऋण सहकारी समिति के माध्यम से प्राप्त किया है।  इस संभाग के दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा जिले के मात्र 219 किसानों ने कृषि के लिए 94 लाख रुपए का ऋण लिया है। इस संभाग में सबसे अधिक उत्तर बस्तर कांकेर जिले के 29 हजार 952 किसानों को 64 करोड़ रुपए का ऋण बांटा गया है। मध्य बस्तर (जगदलपुर) मध्य बस्तर जिले के 16 हजार 159 किसानों, कोण्डागांव जिले के 12 हजार 676, नारायणपुर जिले के एक हजार 854, सुकमा जिले के एक हजार 466 तथा बीजापुर जिले के तीन हजार 313 किसानों को खेती-किसानी के लिए क्रमश: 64 करोड़ 17 लाख रुपए, 33 करोड़ 34 लाख रुपए, चार करोड़ 35 लाख रुपए, चार करोड़ 98 लाख रुपए तथा 9 करोड़ 29 लाख रुपए की ऋण राशि बिना ब्याज के उपलब्ध करायी गयी है। सरगुजा संभाग के छह जिलों के किसानों को 204 करोड़ 38 लाख रुपए का ऋण तीन दिन पहले तक बांटा जा चुका है। इस संभाग के एक लाख 9 हजार 629 किसान लाभान्वित हुए हैं। अम्बिकापुर जिले के 19 हजार 959 किसानों ने 47 करोड़ 47 लाख रुपए का कृषि ऋण लिया है। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के नौ हजार 284 किसानों को 23 करोड़ 16 लाख रुपए, सूरजपुर जिले के 20 हजार 103 किसानों को 34 करोड़ 58 लाख रुपए, कोरिया जिले के 13 हजार 558 किसानों को 19 करोड 85 लाख रुपए, रायगढ़ जिले के 37 हजार 701 किसानों को 68 करोड़ 57 लाख रुपए तथा जशपुर जिले के नौ हजार 22 किसानों को दस करोड़ 73 लाख रुपए का ऋण वितरित किया जा चुका है।  


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