नवापारा-राजिम ! रमन सरकार द्वारा किसानों को राहत पैकेज देने की घोषणा पर पूर्व कृषिमंत्री चंद्रशेखर साहू द्वारा 19 सितंबर को धन्यवाद दिवस मनाए जाने को लेकर अभनपुर क्षेत्र के कांग्रेस विधायक धनेन्द्र साहू भड़क गए हैं। उन्होंने गुरूवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र के नवापारा शहर में एक लिखित प्रेस विज्ञप्ति भेजकर कहा है कि किसान और कांग्रेस के चौतरफा दबाव के बाद सरकार द्वारा गंगरेल से पानी छोडऩे के निर्णय के लिए भाजपा नेता चंद्रशेखर साहू द्वारा सरकार के प्रति धन्यवाद दिवस मनाने की घोषणा बड़ा ही अनुचित और किसान विरोधी फैसला है। विधायक श्री साहू ने कहा कि एक तो सरकार ने अपने दायित्व के निर्वहन में लापरवाही बरती, ऊपर से किसानों के हक का पानी देर से छोड़कर भी भाजपा नेता किस बात के लिए सरकार का आभार जताना चाह रहे हैं? गंगरेल से पानी छोडऩे के निर्णय लेने में देरी के लिए या फिर पानी के अभाव में, किसानों के खेतों को एक पखवाड़े तक सूखने देने के लिए? या पानी की मांग कर रहे केजूराम बारले की पुलिसिया लाठी, आंसू गैस से हुई मौत के लिए? या पानी की कमी के कारण व्यथित गोकुल साहू की मौत के लिए? भाजपा नेता किस बात का आभार सरकार का मानते हैं? धनेन्द्र साहू ने कहा कि चंद्रशेखर साहू प्रदेश के कृषिमंत्री रह चुके हैं, खेती-किसानी के कार्य से जुड़े भी हैं, भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, उसके बावजूद किसानों का दर्द समझने में उनको बहुत देर लगी। अभनपुर क्षेत्र के किसान पानी की मांग को लेकर सड़क पर उतरकर गुहार लगाते रहे। तब चंद्रशेखर साहू चुप कैसे रहे? उनके नाटक को क्षेत्र की जनता अब समझ चुकी है। श्री साहू ने कहा कि कांग्रेस और किसानों के चौतरफा दबाव के बाद जब सरकार पानी छोडऩे को मजबूर हो गई, तब उसके एक दिन पहले वे मुख्यमंत्री से मिलकर पानी छोडऩे की मांग करते हैं, दूसरे दिन ही सरकार पानी छोडऩे की घोषणा करती है। भाजपा नेता इतने ही किसानों के प्रति संवेदनशील और सरकार में प्रभावशाली थे, तो अपनी संवेदनशीलता और प्रभाव को एक महीने पहले ही दिखा देते, जब किसानों के खेतों में रोपा और बियासी के लिए पानी की और ज्यादा जरूरत थी। बहुत सारे किसानों की फसल तबाह नहीं होती। बारले और साहू जैसे दुखी किसानों की मौतें नहीं होती। नि:संदेह अच्छा काम करने वाले की सराहना होनी चाहिए, लेकिन जिस भाजपा सरकार ने प्रदेश के अन्नदाता किसानों को उनके हक का सिंचाई के लिए बने बांधों का पानी देने के निर्णय में हीला हवाला किया, एेसी सरकार की सराहना कोई नहीं कर सकता। निर्णय लेेने में देरी करने वाली अक्षम और नकारा सरकार के प्रति धन्यवाद दिवस भारतीय जनता पार्टी जैसी किसान विरोधी पार्टी ही मना सकती है।
नवापारा-अभनपुर के किसान और कांग्रेसजनों ने चम्पू से कहा कि वे किसानों के हमदर्द बनने की कोशिश न करें
गुरूवार को क्षेत्र के किसानों के अलावा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अभनपुर और नवापारा के अध्यक्ष द्वय श्रीमती निर्मला सोनवानी, धनराज मध्यानी, जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रतीराम साहू, नगर पालिका परिषद नवापारा के पूर्व उपाध्यक्ष जीतसिंग, जिला पंचायत के पूर्व सदस्य दानीराम साहू, विधायक प्रतिनिधि द्वय चंद्रहास साहू, रामा यादव, जिला प्रवक्ता सौरभ शर्मा, उपजीत सचदेवा, शशांक पाण्डेय, युकां अध्यक्ष गिरधारी साहू, टिकेन्द्र बघेल, लोकमणि कोसरे, रानू राठी सहित अनेकों कांग्रेसजनों ने एक कड़ा पे्रस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि सिंचाई के लिए पानी की मांग को लेकर अभनपुर क्षेत्र के हजारों किसानों ने विधायक धनेन्द्र साहू के नेतृत्व में लगातार धरना प्रदर्शन कर अवर्षा की स्थिति में अकाल की छाया को देखते हुए महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कृषि एवं सिंचाई मंत्री से मुलाकात कर पानी के अभाव में धान के फसल की मरणासन्न स्थिति से अवगत कराते हुए बांध से पानी छोडऩे की मांग किया। इस पर मुख्यमंत्री ने केबिनेट की बैठक में शीघ्र निर्णय लिया जाएगा कहा। इस बात का उजागर होने से पूर्व कृषिमंत्री चंद्रशेखर साहू द्वारा पानी की मांग तथा सरकार द्वारा शीघ्र पानी दिए जाने के संबंध में दिए गए बयान हास्यास्पद और नौटंकी है। कांग्रेसजनों ने कहा है कि चंद्रशेखर साहू स्वयं किसान परिवार से हैं, लेकिन किसानों के लिए विषम परिस्थिति में आज तक कोई पहल नहीं किया। वे कृषिमंत्री रहते हुए भी समर्थन मूल्य शासन के घोषणा होने के बाद भी अमल नहीं करवा सके। यहां तक कि 20 से 25 क्ंिवटल से कम करके 15 क्ंिवटल कर दिया। इन्हीं के मंत्रीत्व काल में पूरे छत्तीसगढ़ में नकली खाद, नकली बीज देकर किसानों के साथ कुठाराघात किया गया। और तो और उनके कार्यकाल में अनेकों किसानों ने आत्महत्या की। इन सभी परिस्थितियों में पीडि़त किसानों के प्रति कभी इनकी संवेदना दिखाई नहीं दी। दूसरी ओर क्षेत्र के विधायक धनेन्द्र साहू ने किसानों के हित में चाहे वह बंदोबस्त त्रुटि की बात हो या 300 रुपए बोनस देने की बात हो, मंडियों में कम कीमत पर धान खरीदी की बात हो, किसानों के साथ हमेशा खड़े होकर उन्होंने आवाज बुलंद किया। कांग्रेसजनों का यह भी कहना है कि चंद्रशेखर साहू यदि किसानों के सच्चे हितैषी हैं, तो वे 25 क्ंिवटल प्रति एकड़ खरीदी, 300 रुपए प्रति क्ंिवटल बोनस, 2100 रुपए प्रति क्ंिवटल खरीदी अपनी सरकार से दिलवाए। सिर्फ राजनैतिक रोटी सेकने के लिए, झूठी वाहवाही लूटने के लिए हवा-हवाई बयान देकर किसानों के हमदर्द बनने की कोशिश हरगिज न करें, क्योंकि अभनपुर क्षेत्र के किसान जान चुके हैं कि कौन जनप्रतिनिधि किसानों के हित में साथ खड़ा है?