• जीआरएम को पानी देना चाहती है सरकार

    रायपुर ! महानदी जलाशय परियोजना से सिंचाई के लिए नहरों से पानी दिए जाने, पुलिस के अश्रु गैस से पीडि़त किसान केजूराम बारले की मौत की न्यायिक जांच की मांग को लेकर कांग्रेसी आज राजभवन पहुंचे।...

    सिंचाई के लिए गंगरेल से पानी, किसान के परिवार को मुआवजा व न्यायिक जांच  की मांग को लेकर कांग्रेसी पहुंचे राजभवन रायपुर !  महानदी जलाशय परियोजना से सिंचाई के लिए नहरों से पानी दिए जाने, पुलिस के अश्रु गैस से पीडि़त किसान केजूराम बारले की मौत की न्यायिक जांच की मांग को लेकर कांग्रेसी आज राजभवन पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल , विधायक धनेन्द्र साहू के नेतृत्व में गए प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर मृतक किसान के परिजनों को 20 लाख सहायता राशि देने, दोषी पुलिस अधिकारियों पर जुर्म दर्ज करने, राज्य सरकार को निर्देश देने मांग की है। चर्चा के दौरान राज्यपाल ने कहा सभी सरकार चाहेगी कि किसानों को पानी मिले। इस पर भूपेश बघेल ने शिकायत करते हुए कहा जीआरएम कंपनी को पानी देने के लिए सरकार किसानों को पानी नहीं दे रही है। इसके बाद राज्यपाल खामोश हो गए।  तीन सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल राजभवन पहुंचा था। राज्यपाल से शिकायत करते हुए नेताओं ने कहा वर्तमान में महानदी जलाशय परियोजना से गंगरेल, सोढंूर, दुधावा व माढम सिल्ली बांध में लगभग 6 टीएमसी जल स्टोरेज है। इनमें से 2.2 टी.एम.सी. पानी पेयजल  के लिए उपयोग किया जाना अनुमोदित है। शेष टी.एम.सी. जल को सिंचाई हेतु दिया जाना चाहिए। परंतु राज्य शासन द्वारा इस वर्ष यह निर्णय लिया गया है कि 50 फीसदी जल भराव होने पर ही पानी किसानों को सिंचाई हेतु दिया जाएगा। शासन का यह फैसला राष्ट्रीय जल नीति, प्रादेशिक जल नीति एवं केन्द्रीय जल आयोग द्वारा महानदी जलाशय परियोजना की जल उपयोगिता की अनुमोदित प्रावधानों का उल्लंघन है। विधायक धनेन्द्र साहू ने कहा सरकार किसानों को पानी नहीं दे रही है। जिससे खेती बर्बाद हो रही है। राज्यपाल ने कहा कोई भी सरकार क्यों नहीं चाहेगी कि किसानों को पानी मिले। इस पर हस्तक्षेप करते हुए प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा सरकार जीआरएम कंपनी को पानी देना चाहती है। इसलिए किसानों को पानी नहीं दिया जा रहा है। शासन से लगातार सिंचाई के लिए पानी दिए जाने की मांग को लेकर रायपुर जिले के किसान हजारों की संख्या मेें गंगरेल जाने के लिए निकले थे। अभनपुर से 3 किमी दूर पर ग्राम सातपारा के पास भारी संख्या में उपस्थित पुलिस बल ने बेरीकेट लगाकर रास्ते को पूरी तरह अवरूद्ध कर दिया था। किसानों को एकत्रित होने या जुलूस लेकर धमतरी जाने से रोकने कोई सूचना भी जारी नहीं किया था। 144 आदि कोई धारा लगाने की भी सूचना नही जारी किया था।  फिर भी पुलिस ने बिना चेतावनी दिए निहत्थे किसानों पर  लाठी चार्ज किया। इससे घायल व्यक्ति  केजूराम बारले ग्राम सलोनी, विखं अभनपुर केजूराम बारले की मृत्यु हो गई। इसकी न्यायिक जांच कर दोषी अधिकारियों पर  कार्यवाही एवं मृतक के परिवार को 20 लाख सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए। राज्यपाल को गुमराह कर रही सरकार : भूपेश मृतक केजूराम बारले की मौत को लेकर चर्चा के दौरान प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने राज्यपाल से कहा राज्य सरकार आपको गुमराह कर रही है। शांति कश्यप के मामले में भी आज तक एफआईआर नहीं की गई है। इस पर राज्यपाल ने कहा उन्हें एफआईआर की कॉपी दी गई थी। श्री बघेल ने कहा इसके बावजूद अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई। उन्होंने राज्यपाल से एफआईआर की प्रति देने का आग्रह किया। 


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