नोएडा ! बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, ठेकेदारी व श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी बदलाव और मजदूर-किसान, आम गरीब विरोधी नीतियों के खिलाफ केन्द्रीय मजदूर संगठनों के आह्वान पर भाजपा की मोदी सरकार को ललकारते हुए नोएडा व ग्रेटर नोएडा में लाखों मजदूरों ने जबदस्त उत्साह के साथ हड़ताल में हिस्सा लिया। हड़ताल होने के बाद भी कई औद्योगिक कंपनी खुली रही। श्रमिक उन कंपनियों काम करते पाए गए। वहीं कंपनियां बंद भी रही। तमाम मजदूर संगठनों द्वारा नोएडा के सात विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में जलूस निकालकर केन्द्र व प्रदेश सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों का विरोध किया। विरोध प्रदर्शन के बाद मजदूर संगठनों के नेता एंव कार्यकर्ता सेक्टर-एक स्थित पार्क में एकत्र हुए। मजदूरों की भारी संख्या होने के चलते जलूस जनसभा में तबदील हो गया। इस मौके पर मजदूर व किसान नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार उद्यमियों को लाभ पहुंचाने का काम कर रही है। शहर में किसी प्रकार की अप्रिय घटना न होने पर पुलिस और प्रशासन ने राहत की सांस ली। हालांकि गौतमबुद्घ नगर जिला प्रशासन व पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। मंगलवार को ही दूसरे जिलों से नोएडा में पुलिस फोर्स मंगाया गया था। दिन निकलते ही जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारी औद्योगिक क्षेत्रों में गश्त के लिए निकल पड़े। फेस-1 में एएसपी विजय ढुल, फेस-3 में सीओ द्वितीय डॉ. अनूप सिंह, फेस-2 में सीओ तृतीय अरविंद यादव के नेतृत्व में पुलिस सुबह से फ्लैग मार्च करने लगी। गौरतलब है कि 20 फरवरी 2013 को बंद के दौरान फेज-2 इलाके में भारी तोडफ़ोड़ और आगजनी हुई थी। इसमें कई कंपनियों में तोडफ़ोड़ हुई जिससे करोड़ों रुपए के माल और भारी जनहानि हुई थी। इसे देखते हुए पुलिस और प्रशासन एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल तैनात किया था। किसी भी अनहोनी से बचने के लिए हड़ताल से पहले ही जिले में भारी पुलिस और केन्द्रीय पुलिस बुलाकर फ्लैग मार्च भी कराया गया। इससे बुधवार का बंद शांति पूर्व तरीके से संपन्न हुआ।
तीन हजार पुलिस कर्मी रहे सुरक्षा में तैनात
सुरक्षा के मद्देनजर जिले के पुलिस जवानों के अलावा चार डीएसपी, 13 सबइंस्पेक्टर, 70 दरोगा, 15 महिला दरोगा, 30 हेड कांस्टेबल, 80 महिला कांस्टेबल, 15 टीयर गैस, 21 फायर फाइटिंग गाडिय़ां तथा 70 कंपनी पीएससी सहित कुल 3 हजार पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात रहे। मंगलवार को ही जिले में अतिरिक्त पुलिस बल मंगा लिया गया था। बुधवार सुबह से ही फ्लैग मार्च शुरू कर दिया गया था। फेस-1 में एएसपी विजय ढुल, फेस-3 में सीओ द्वितीय डॉ अनूप सिंह, और फेस-2 में सीओ तृतीय अरविंद यादव के नेतृत्व में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया।
ये थी मांगें
हड़ताल में प्रमुख मांगों जैसेे लगातार होने वाले कामों में ठेकेदारी खत्म करो। मजदूरों को उसी स्थान पर पक्का करो, न्यूनतम वेतन 15 हजार रूपये घोषित करो और सभी मजदूरों के लिए सख्ती से लागू करो, श्रम कानूनों को सख्ती से पालन करवाओं उल्लंधन करने वालों को सजा दो, बेहताशा बढ़ी महॅगाई पर रोक लगाओं, सभी मजदूरों को पेंशन दो, बोनस की पात्रता और भुगतान सीमा को हटाओ, सभी मजदूरों को रिहाईशी मकान दो, स्कीम वर्कस को मजदूर घोषित करो, रेहड़ी पटरी, खोमचा वालों का सर्वे करके पंजीकरण कर लाईसेंस दो।