• नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगाए गए 465 नए मोबाइल टॉवर

    रायपुर ! प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न राज्यों में चल रहे अधोसंरचना विकास की बड़ी परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने मुख्य सचिव विवेक ढांड से प्रदेश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित किए जा रहे मोबाइल टॉवरों और रायपुर से वर्धा के बीच पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन द्वारा खींची जा रही 765 के.वी. पारेषण लाइन की प्रगति की जानकारी ली।...

    बेहतर कनेक्टीविटी से वनांचलों के विकास को मिलेगी गति: मोदी रायपुर !   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न राज्यों में चल रहे अधोसंरचना विकास की बड़ी परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने मुख्य सचिव विवेक ढांड से प्रदेश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित किए जा रहे मोबाइल टॉवरों और रायपुर से वर्धा के बीच पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन द्वारा खींची जा रही 765 के.वी. पारेषण  लाइन की प्रगति की जानकारी ली। गृह विभाग के प्रमुख सचिव बी.वी.आर. सुब्रमण्यम, पुलिस महानिदेशक ए.एन. उपाध्याय और नक्सल ऑपरेशन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आर.के. विज भी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में मौजूद थे।  मुख्य सचिव विवेक ढांड ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में प्रधानमंत्री को बताया कि दूरसंचार मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों के लिए स्वीकृत 497 मोबाइल टॉवरों में से 465 टॉवरों की स्थापना कर ली गई है। इनमें से 415 टॉवरों ने काम करना भी शुरू कर दिया है। शेष 32 टॉवरों की स्थापना का काम तेजी से चल रहा है। इन्हें इस वर्ष नवम्बर माह तक पूर्ण कर लिया जाएगा। श्री ढांड ने बताया कि वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में मोबाइल टॉवर लगाने के लिए राज्य शासन के सहयोग से भारत संचार निगम लिमिटेड (बी.एस.एन.एल.) ने सराहनीय काम किया है। इस चुनौतीपूर्ण काम का 94 फीसदी पूर्ण हो जाने से दक्षिण बस्तर एवं सरगुजा अंचल के लोगों को अच्छी कनेक्टीविटी मिल रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि तीव्र विकास के लिए सभी क्षेत्रों में दूरसंचार सेवाओं का विस्तार जरूरी है। दूरस्थ अंचलों में बेहतर कनेक्टीविटी से वनांचलों के विकास को और अधिक गति मिलेगी। इससे राज्यों का भी तेजी से विकास होगा।  प्रधानमंत्री ने पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन द्वारा रायपुर से वर्धा तक स्थापित किए जा रहे 765 के.वी. पारेषण लाइन की प्रगति की भी समीक्षा की। मुख्य सचिव श्री ढांड ने प्रधानमंत्री को बताया कि 357 किलोमीटर लंबी इस लाइन का 113 किलोमीटर हिस्सा छत्तीसगढ़ में है। इसके लिए यहां 148 टॉवर खड़े किए जा चुके हैं और 154 टॉवरों की स्थापना का काम चल रहा है। लगभग 16 किलोमीटर हिस्से में पारेषण लाइन खींचने का काम पूर्ण कर लिया गया है। प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ की तरह महाराष्ट्र को भी इस पारेषण लाइन की स्थापना में तेजी लाने के निर्देश दिए। इस लाइन से छत्तीसगढ़ की बिजली परियोजनाओं से देश के पश्चिमी राज्यों तक बिजली पहुंचाना प्रस्तावित है। साथ ही इस लाइन के शुरू हो जाने से पश्चिमी पॉवर ग्रिड और भी मजबूत होगा।


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