• अट्टा बाजार में अब भी घुस रहीं बसें

    नोएडा ! पुलिस विभाग के बनाए कानून को अंगूठा दिखाते हुए बस ड्राइवर बेरिकेट लगने के बावजूद अट्टा मार्केट में प्रवेश कर रहे हैं। करीब एक महीने पहले यातायात पुलिस ने मार्केट में लगने वाले जाम से छुटकारा दिलाने के उद्देश्य से अट्टा पीर के पास सडक़ पर स्थाई बेरिकेट लगा दिये थे।...

    नोएडा !  पुलिस विभाग के बनाए कानून को अंगूठा दिखाते हुए बस ड्राइवर बेरिकेट लगने के बावजूद अट्टा मार्केट में प्रवेश कर रहे हैं। करीब एक महीने पहले यातायात पुलिस ने मार्केट में लगने वाले जाम से छुटकारा दिलाने के उद्देश्य से अट्टा पीर के पास सडक़ पर स्थाई बेरिकेट लगा दिये थे। बेरिकेट लगने के बाद कुछ दिनों के लिए इन वाहनों का प्रवेश बंद हो गया था, मगर जनता को ज्यादा दिन के लिए राहत नहीं मिली। बस चालक अट्टा पीर से लेफ्ट लेकर फिर आगे से यू-टर्न ले फिर से अट्टा मार्केट में प्रवेश कर रहे हैं। इन बस चालकों पर पुलिसकर्मी की मौजूदगी का भी कोई असर नहीं होता। वहीं पुलिस कर्मी भी देखकर भी इन्हें अनदेखा कर देते हैं। इतना ही नहीं सुबह के वक्त बस चालक जीआईपी मॉल की तरफ  से रांग साइड वाहन चलाकर लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। गलत तरफ वाहन को बड़ी खतरनाक गति से चलाते हैं। गलत तरफ वाहनों को चलाने से दुघर्टना हो जाने के आशंका बढ जाती हैं। बसों के दोबारा प्रवेश कर जाने से मार्केट मे जाम लग जाता है। जाम की समस्या तो है ही हादसे भी खूब हो रहे हैं। यातायात विभाग द्वारा बेरिकेट लगाने का बस चालकों पर कोर्द असर देखने को नहीं मिल रहा है। पुलिस विभाग के कानून को जूती की नोक पर रख कर बड़ी शान से मार्केट में प्रवेश कर रहे हैं। अट्टा बाजार में अक्सर लगता है जाम बस चालकों व आटो चालकों की मनमानी पर कब यातायात पुलिस की ओर से कार्रवाई की जाएगी। यह बड़ा सवाल जनता के सामने खड़ा हो गया है। लोगों ने यातायात पुलिस से उम्मीद लगाई थी कि यातायात माह के दौरान तो अट्टा के बाहर मेट्रो स्टेशन के नीचे वाहन जाम की समस्या से निजात दिलाई जाएगी, लेकिन लोगों के लिए यह उम्मीद भी बेईमानी साबित हुई। दादरी सूरजपुर छलेरा; डीएससी मार्ग पर पडऩे वाली अट्टा बाजार के बाहर ऑटो चालकों व बस चालकों का जबरदस्त आतंक है, जिससे यहां प्रतिदिन जाम की स्थिति बनी रहती है। यहीं पर लोगों के वाहनों की पार्किंग भी लगवाई जा रही है। हैरानी की बात यह है कि यह मुख्य मार्ग होने के बावजूद कैसे इस जगह पर इतना अतिक्रमण हो सकता है। जिसे हटवाने की नैतिक रूप से जिम्मेदारी यातायात पुलिस की है। लेकिन उसकी ओर से इसको हटवाने का प्रयास तक नहीं किया जा रहा है।


     

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